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कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और दलितों पर बढ़ते अत्याचारों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा है। पार्टी काकहना है कि राज्य में अपराध और उत्पीड़न इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि आम नागरिक सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। राजेंद्र पाल गौतम और सांसदइमरान मसूद ने रायबरेली में दलित युवक हरिओम की पीट-पीटकर हत्या समेत अन्य घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानूनव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और लोगों की सुरक्षा को खतरा है।

दलितों के खिलाफ बढ़ते अपराधों की कहानी
राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि पिछले दस वर्षों में उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ अत्याचार, हत्या, बलात्कार, सामाजिक बहिष्कार और संस्थागतभेदभाव की घटनाओं में तेजी आई है। उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि देश के पांचभाजपा शासित राज्यों में दलित उत्पीड़न की 75 प्रतिशत घटनाएं हुई हैं और अकेले उत्तर प्रदेश में 26.2 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए। 2023 मेंदेशभर में दलितों के खिलाफ कुल 57,789 अपराध दर्ज किए गए, जिनमें से सबसे अधिक 15,130 मामले उत्तर प्रदेश में हुए। यह आंकड़े साफदिखाते हैं कि राज्य में दलितों की सुरक्षा और सम्मान के लिए हालात बेहद चिंताजनक हैं। गौतम ने हालिया घटनाओं का भी जिक्र किया और सवालउठाया कि क्या राज्य सरकार अपराधियों को खुली छूट दे रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल इस्तीफा देदेना चाहिए।

रायबरेली की घटना ने सबको झकझोर दिया
गौतम ने रायबरेली की घटना का उदाहरण देते हुए बताया कि एक दलित युवक हरिओम को हमलावरों ने पीट-पीटकर मार डाला। जब उसने अपनेअंतिम समय में नेता राहुल गांधी का नाम लिया, तो उसके साथ मजाक किया गया। यह घटना पूरी तरह से कानून और इंसाफ की विफलता कोदिखाती है। कांग्रेस ने मांग की कि मृतक के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाए और प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारीनौकरी दी जाए। साथ ही, दोषियों को जल्दी से जल्दी सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट और एसआईटी जांच की जाए।

संविधान और कानून का उल्लंघन
लोकसभा सांसद इमरान मसूद ने कहा कि राज्य में संविधान और कानून खतरे में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार कानून का पालन करने मेंपूरी तरह विफल रही है। उत्तर प्रदेश में दलितों, महिलाओं और मुसलमानों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। मसूद ने यह भी कहा कि बुलडोजर कार्रवाईसुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन कर रही है। हिंसा फैलाने वालों को सरकार बचा रही है, जबकि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर लाठी और गोलीचल रही है।

बरेली की घटना और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग
इमरान मसूद ने बताया कि बरेली में 2,800 लोगों को नामजद किया गया। सिर्फ पोस्टर थामने या शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर कार्रवाई की जा रही है, जबकि सड़कों पर उत्पात मचाने वालों को केवल समझाकर छोड़ दिया गया। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि राहुल गांधी ने मृतक हरिओम के परिवार सेफोन पर बात की। इसके अलावा अमेठी से कांग्रेस सांसद के.एल. शर्मा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की।

कांग्रेस की जांच और रिपोर्ट
कांग्रेस ने घोषणा की कि वह जल्द ही फैक्ट-फाइंडिंग टीम बनाएगी, जो दलित उत्पीड़न की घटनाओं की जांच करेगी। टीम एक विस्तृत रिपोर्ट तैयारकरेगी, ताकि दोषियों को सजा मिल सके और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का सही पता चल सके। गौतम और मसूद ने कहा कि यह जरूरी हैकि उत्तर प्रदेश में दलितों और कमजोर वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। बिना कानून व्यवस्था के राज्य में विकास और सुरक्षा असंभव है।


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