
काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों ने हड़ताल पर बैठे एमटीएस और सीएफडब्ल्यू कर्मचारियों के समर्थन में एमसीडी सदन में काली पट्टी बांधकरविरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन कर्मचारियों की समान वेतन और अन्य मांगों को पूरा करने के लिए किया गया। नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग के नेतृत्वमें आप पार्षदों ने कर्मचारियों के हक के लिए अपनी आवाज़ उठाई।
दिल्ली में बढ़ रहे डेंगू-मलेरिया के मामलों पर सवाल
अंकुश नारंग ने कहा कि दिल्ली में डेंगू और मलेरिया के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार को दिल्लीवासियों की कोई चिंता नहीं है।उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सफाई ठप है और जनता की सुरक्षा खतरे में है।
चार इंजन की भाजपा सरकार पर आरोप
अंकुश नारंग ने कहा कि चार इंजन की भाजपा सरकार दिल्ली को लूटने और मेहनतकश कर्मचारियों का हक़ चुराने में लगी हुई है। भाजपा सरकार औरमहापौर ने निगम को अपनी लूट का अड्डा बना दिया है। कर्मचारियों का प्रदर्शन और भूख हड़ताल इसका साफ़ उदाहरण है।
निजी बिल पेश किया गया, लेकिन भाजपा ने रोका
अंकुश नारंग ने एमटीएस कर्मचारियों की मांगों को तुरंत पूरा करने के लिए प्राइवेट बिल सदन में पेश किया, लेकिन भाजपा ने इसे स्वीकार नहीं किया।उन्होंने कहा कि एमसीडी कमिश्नर के जरिए बिल लाना मुश्किल था, इसलिए प्राइवेट बिल लाना पड़ा। यह दिखाता है कि भाजपा की नियत न तोकर्मचारियों के हक में है, न ही दिल्लीवासियों की सुरक्षा में।
कर्मचारियों की भूख हड़ताल और जनता की परेशानी
पिछले 16 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने दशहरा, करवा चौथ और नवरात्रि की अष्टमी सड़क पर बिताई। अंकुश नारंग ने चेतावनी दी कियदि भाजपा इसी तरह काम करती रही, तो दिल्ली की दिवाली भी काली रहेगी। कर्मचारियों की मांगें हैं बेसिक वेतन में डीए और न्यूनतम ग्रेड पे27,900 रुपये समान वेतन।
जनता के टैक्स का दुरुपयोग और गवर्नेंस की कमी
अंकुश नारंग ने कहा कि दिल्ली का निगम जनता के टैक्स से चलता है, लेकिन भाजपा सरकार और महापौर ने निगम को अपनी लूट का अड्डा बनादिया है। कर्मचारी सड़क पर हैं, सफाई ठप है, और भाजपा नेताओं ने उनकी बात सुनने तक की जहमत नहीं उठाई।