
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के एमटीएस कर्मचारियों ने समान वेतन और अन्य मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की हुई है। इस हड़ताल में आम आदमीपार्टी (AAP) के पार्षदों ने भी हिस्सा लिया और कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का जोरदार समर्थन किया। नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने इस मौकेपर कहा कि पिछले आठ दिनों से 5,200 से अधिक एमटीएस और सीएफडब्ल्यू कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। अंकुश नारंग ने बताया किकर्मचारियों की मुख्य मांगें समान कार्य के लिए समान वेतन, मेडिकल लीव और अगर कर्मचारी की मृत्यु होती है तो उसके परिवार को नौकरी देने कीहैं। इन मांगों को पूरा करना पूरी तरह से सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हड़ताल के कारण फॉगिंग, टैंक चेकिंग और मच्छर नियंत्रण जैसीजरूरी सेवाएं बंद हो गई हैं, लेकिन मेयर राजा इकबाल सिंह को इसकी कोई चिंता नहीं है।
भाजपा सरकार की नाकामी और स्वास्थ्य पर असर
अंकुश नारंग ने कहा कि दिल्ली में भाजपा की चार इंजन वाली सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है। इसी वजह से शहर में डेंगू, मलेरिया औरचिकनगुनिया के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। एमटीएस कर्मचारी घर-घर जाकर मच्छरों की रोकथाम, फॉगिंग, वाटर टैंक चेकिंग और छिड़काव काकाम करते हैं। लेकिन 25-30 साल लगातार सेवा देने के बावजूद उन्हें समान वेतन नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केवल दिखावेऔर फोटोशूट में लगी है। पिछले आठ दिनों से हड़ताल के कारण काम ठप है, लेकिन कर्मचारियों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। मेयर औरमंत्री अब तक मृतक या हड़ताल में शामिल परिवारों से मिलने तक नहीं गए।
समान वेतन की मांग पूरी हो
एमसीडी सह-प्रभारी प्रवीण कुमार ने कहा कि एमटीएस कर्मचारियों की मांग पूरी तरह न्यायसंगत है। समान काम के लिए समान वेतन का सिद्धांत हरजगह लागू होना चाहिए। लेकिन एमटीएस कर्मचारियों की सैलरी में भारी अंतर है। कुछ कर्मचारियों को 16,000 रुपये, कुछ को 20,000 और कुछको 26,000 रुपये मिलते हैं। कुछ को तो न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही। प्रवीण कुमार ने बताया कि जब आप की सरकार एमसीडी में थी, तबइन कर्मचारियों को डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकिंग (डीबीसी) के रूप में एमटीएस का दर्जा मिला था। लेकिन एमटीएस बनने के बावजूद पुरानी सैलरी हीउन्हें मिल रही है। यह बेहद शर्मनाक स्थिति है।
आम आदमी पार्टी का लगातार समर्थन
अंकुश नारंग ने बताया कि आप पार्षदों ने धरना स्थल पर हाजिरी लगाई और कर्मचारियों के हक की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठाई। सह-प्रभारीप्रवीण देशमुख, प्रीति डोगरा, महेश खींची, रविंद्र भारद्वाज, राकेश कुमार, किरण बाला, रमेश प्रधान, सारिका चौधरी, विजय कुमार, निर्मला कुमारीऔर अमृत जैन भी धरने में शामिल रहे। प्रवीण कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी कर्मचारियों के साथ पूरी तरह खड़ी है। जब तक उनकी मांगें पूरीनहीं होंगी, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनका समर्थन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की चार इंजन वाली सरकार में केंद्र, एमसीडी और मेयर केबीच लगातार टकराव है। जनता परेशान है और अब इन इंजनों को बदलने का समय आ गया है।
कर्मचारियों की कठिनाइयाँ और संघर्ष
एमटीएस कर्मचारी पिछले आठ दिनों से लगातार हड़ताल कर रहे हैं। भारी बारिश, गर्मी और धूप के बावजूद वे अपने हक के लिए खड़े हैं। उनका कामशहर में स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। वे घर-घर जाकर डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम करते हैं, लेकिन उनके वेतन औरसुविधाओं में भेदभाव हो रहा है। प्रवीण कुमार ने बताया कि कई बार मेयर और अधिकारियों से बात हुई, लेकिन भाजपा सरकार उनकी जायज मांगेंमानने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी अब लगातार कर्मचारियों का समर्थन कर रही है और उनकी आवाज को विधानसभा औरमीडिया तक पहुंचा रही है।