
कोलकाता में एक लॉ छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद डॉ. संबित पात्रा ने एक बड़ा दावा करते हुए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर गभीर आरोप लगाएहैं। संबित पात्रा ने कहा कि यह घटना सिर्फ अपराध नहीं, बल्कि राज्य की शासन व्यवस्था और कानून-व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल है। उन्होंने दावाकिया कि कॉलेज यूनियन से जुड़े सात युवक, जो टीएमसी से संबंधित थे, इस घटना के दौरान एक साथ मौजूद थे। उन्हीं में से तीन युवकों पर गैंगरेपका आरोप है। उन्होंने कहा कि पीड़िता से एक आरोपी ने प्रेम संबंध स्थापित करने का प्रयास किया और उसे शादी का प्रस्ताव दिया। लेकिन युवती नेयह कहकर इनकार कर दिया कि वह पहले से एक रिश्ते में है और किसी और से शादी नहीं कर सकती। इसके बाद आरोपियों ने मिलकर इस भयावहवारदात को अंजाम दिया। सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि घटना कॉलेज के गार्ड रूम के अंदर हुई, जहां उस समय सुरक्षा गार्ड मौजूद थे। संबितपात्रा ने बताया कि आरोपियों ने गार्ड्स को इशारे में बाहर जाने के लिए कहा और वे सब कुछ जानकर भी कमरे से बाहर चले गए। उन्होंने किसी भीतरह से पीड़िता की मदद करने या आरोपियों को रोकने की कोशिश नहीं की। डॉ. संबित पात्रा ने इस घटना को बेहद शर्मनाक और अमानवीय करारदेते हुए ममता सरकार पर सवाल उठाए कि आखिर राज्य में छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? उन्होंने कहा कि अगर सत्ताधारी दल से जुड़ेछात्र नेता ही इस तरह की घटनाओं में शामिल होंगे, और कॉलेज प्रशासन तथा सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक बने रहेंगे, तो राज्य की बेटियों की सुरक्षा कीगारंटी कौन देगा? उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराई जाए और सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। साथ हीगार्ड्स और कॉलेज प्रशासन की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए। यह घटना न केवल एक छात्रा के साथ घिनौना अपराध है, बल्कि यह ममतासरकार की विफल कानून-व्यवस्था और नैतिक जिम्मेदारी का भी खुलासा करती है।
भाजपा की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि वे इस मुद्दे को संसद से लेकर सड़क तक उठाएंगे, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और भविष्य मेंऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।