AXIOM-4 Mission: ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला कल AXIOM-4 अंतरिक्ष मिशन पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. वायुसेना प्रमुख और भारतीयवायुसेना के सभी वायु योद्धाओं ने उन्हें और AXIOM-4 के पूरे दल को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की सुरक्षित और सफल यात्रा के लिए शुभकामनाएंदीं. भारतीय वायुसेना ने कहा कि यह भारतीय अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ेगा.भारतीय वायुसेना (IAF) की ओर से जारी आधिकारिकबयान में कहा गया कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने मंगलवार को ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीतकी. शुभांशु एक्सिओम-4 अंतरिक्ष मिशन पर जाने वाले हैं.
चीफ मार्शल ने ग्रुप कैप्टन को दी शुभकामनाएं
एयर चीफ मार्शल ने ग्रुप कैप्टन को शुभकामनाएं दीं. जो 1984 के बाद से अंतरिक्ष में जाने वाले भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे.ग्रुप कैप्टन शुभांशुशुक्ला एक्सिओम स्पेस के चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन (एक्स-4) का हिस्सा हैं. जो नासा के साथ भारत के अंतरिक्ष सहयोग के लिए एकऐतिहासिक क्षण है एक्सिओम स्पेस की ओर से साझा किए गए एक वीडियो संदेश में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने मिशन की रवानगी से पहले एकसंदेश साझा किया.वीडियो संदेश में उन्होंने कहा ‘मैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हूं. पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री विंग कमांडर राकेश शर्मा ने 1984 मेंअंतरिक्ष की यात्रा की थी.
पढ़ता रहा हूं किताबों में
मैं उनके बारे में किताबों में पढ़ता रहा हूं और अंतरिक्ष से उनकी कहानियां सुनता रहा हूं. मैं उनसे बहुत प्रभावित था. मैं जिस यात्रा पर हूं वह मेरे लिएबहुत लंबी रही है मुझे नहीं पता था कि यह वह रास्ता है जिस पर मैं आखिरकार चलने वाला हूं. मैं कहूंगा कि मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे पहलेअपने पूरे जीवन में उड़ान भरने का अवसर मिला. जो मेरे लिए एक सपना था और फिर अंतरिक्ष यात्री पाठ्यक्रम में आवेदन करने का अवसर मिला. अबपरिणामस्वरूप मैं यहां हूं मेरे लिए यह जिस तरह से काम आया. वह यह था कि शायद एक्सिओम पहुंचने से एक सप्ताह पहले मुझे पता चला कि मैंजा रहा हूं. मैं यहां आकर बेहद उत्साहित था मैं बहुत खुश था क्योंकि मेरे लिए अंतरिक्ष में उड़ान भरना एक संभावना थी.