NEWS अब तक

बिहार कांग्रेस आलावारु ने चुनाव आयोग की नई प्रक्रिया “एसआईआर” (विशेष सत्यापन प्रक्रिया) पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि यहपूरी प्रक्रिया तुगलकी और गलत है, जिसे जनता पर जबरन थोपा जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस प्रक्रिया के ज़रिए गरीब, वंचित, दलित, महादलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के लोगों के वोट चोरी करने की तैयारी हो रही है।

चुनाव आयोग के आंकड़े गलत और फर्जी
आलावारु ने कहा कि चुनाव आयोग की वेबसाइट और बयान में जो आंकड़े दिखाए जा रहे हैं, वे पूरी तरह से झूठे और फर्जी हैं। 24 जून को आयोग नेजो आदेश जारी किया था, उसमें जो प्रक्रिया बताई गई थी, उसका कहीं पालन नहीं हो रहा है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब नियमों का पालन ही नहीं हो रहा, तो चुनाव आयोग के आंकड़े कैसे सही हो सकते हैं? उन्होंने कहा कि बिहार की जनताअब सवाल कर रही है कि यह प्रक्रिया किसके इशारे पर चलाई जा रही है।

जनता की तरफ से खुली चुनौती
आलावारु ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को खुली चुनौती दी है कि हर विधानसभा क्षेत्र में हज़ार लोगों को यादृच्छिक (रैंडम) तरीके से चुनाजाए और जांच की जाए कि क्या उन लोगों के साथ सही प्रक्रिया अपनाई गई है या नहीं।
उन्होंने दावा किया कि अगर 25 प्रतिशत लोग भी यह कह दें कि उनके साथ सही प्रक्रिया हुई है, तो कांग्रेस इस प्रक्रिया को मान लेगी। लेकिनहकीकत यह है कि ज़्यादातर लोगों के पास चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए दस्तावेज़ नहीं हैं।

जमीनी सच्चाई और भारी गड़बड़ी
कांग्रेस नेता ने बताया कि -बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके पास जरूरी प्रमाण पत्र नहीं हैं।
बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) बिना लोगों से पूछे फॉर्म भर रहे हैं।
कई जगहों पर भाजपा नेता खुद फॉर्म भरने का काम कर रहे हैं।
जब लोगों के नाम जोड़े जा रहे हैं, तो उन्हें पावती (रसीद) नहीं दी जा रही है।
इन सब बातों से साफ़ है कि पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं है और मनमानी की जा रही है।
सबसे बड़ी कमजोरी – अंतिम फैसला ईआरओ का उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में सबसे खतरनाक बात यह है कि अंत में निर्णय केवल ईआरओ(चुनाव पंजीकरण अधिकारी) का होगा। वही तय करेगा कि किसका नाम मतदाता सूची में रहेगा और किसे हटाया जाएगा। इससे यह पूरी प्रक्रियाएकतरफा और पक्षपाती बन जाती है।

ज्ञानेश कुमार पर गंभीर आरोप
आलावारु ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर सीधा आरोप लगाया कि वह भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और उनकी मिलीभगत सेगरीबों, महिलाओं, युवाओं और पिछड़े वर्ग के लोगों के वोट काटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश है।

INDIA गठबंधन का ऐलान – संसद से सड़क तक विरोध
उन्होंने कहा कि पूरा INDIA गठबंधन इस फर्जी प्रक्रिया का विरोध करेगा। संसद के भीतर भी आवाज़ उठाई जाएगी और सड़कों पर भी आंदोलनहोगा। कांग्रेस इस तुगलकी आदेश को कभी स्वीकार नहीं करेगी क्योंकि यह सीधे-सीधे वोट की चोरी की कोशिश है।
बिहार कांग्रेस का मानना है कि चुनाव आयोग की नई प्रक्रिया पूरी तरह से गलत, पक्षपाती और धोखाधड़ी से भरी हुई है। उन्होंने इस प्रक्रिया को तुरंतरोकने की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर इसे जबरन लागू किया गया तो देश भर में बड़ा जनआंदोलन होगा। यह मुद्दा आने वाले दिनों में देशकी राजनीति में बड़ा सवाल बन सकता है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *