
केजरीवाल सरकार ने हिंदुओं की भावनाओं से किया खिलवाड़
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि पिछले 11 सालों से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने लगातार हिंदुओं के त्योहारों कोरोकने और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। दीपावली पर पटाखों पर बैन लगाना और छठ महापर्व को नदी किनारे मनानेसे रोकना इसी का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने परंपराओं के साथ खिलवाड़ कर दिल्ली के लाखों लोगों की आस्था को आहत किया।
भाजपा सरकार बनाएगी आस्था और पर्यावरण का संतुलन
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अब भाजपा सरकार दिल्ली में ऐसा माहौल बनाएगी, जहां आस्था और पर्यावरण दोनों का सम्मान हो। भाजपा कीप्राथमिकता यह है कि दीपावली जैसे त्योहार खुशी, स्वच्छता और सुरक्षित वातावरण में मनाए जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार ने माननीय सर्वोच्चन्यायालय से ग्रीन पटाखों की अनुमति मांगी है ताकि लोग परंपराओं को निभाते हुए प्रदूषण रहित दीपावली मना सकें।
भाजपा सरकार करेगी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान
सचदेवा ने बताया कि भाजपा सरकार सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पूरा सम्मान करेगी। उन्होंने कहा कि जो भी फैसला माननीय सर्वोच्च न्यायालयदेगा, भाजपा सरकार और दिल्ली की जनता उसका पालन करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार परंपराओं का आदर करते हुए पर्यावरणसंरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है।
आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप
वीरेन्द्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी ने केवल राजनीति करने के लिए हिंदुओं के त्योहारों को निशाना बनाया।उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने न सिर्फ़ पटाखों पर बैन लगाकर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई, बल्कि छठ जैसे महापर्व पर रोकलगाकर लाखों पूर्वांचलवासियों की आस्था का अपमान किया।
ग्रीन पटाखे से न प्रदूषण बढ़ेगा, न भावनाएं आहत होंगी
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा प्रमाणित ग्रीन पटाखों से न तो दिल्ली में प्रदूषण बढ़ेगा और न ही हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी। प्रदूषण नियंत्रणऔर परंपराओं के सम्मान, दोनों का संतुलन बनाकर रखना भाजपा सरकार की प्राथमिकता है।
स्वच्छ, सुरक्षित और खुशहाल दीपावली का संदेश
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि भाजपा सरकार चाहती है कि दिल्लीवासी इस बार दीपावली को खुशियों, स्वच्छता और सुरक्षित वातावरण के साथमनाएं। उन्होंने कहा कि भाजपा का उद्देश्य राजनीति नहीं, बल्कि हर धर्म और परंपरा का सम्मान करना है ताकि दिल्ली फिर से आस्था, संस्कृति औरसौहार्द का प्रतीक बन सके।