देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की आज पुण्यतिथि है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित की. सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा कि ‘हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि’. पंडितनेहरू भारत के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहने वाले नेता थे और उन्होंने अगस्त 1947 से लेकर मई 1964 तक भारत का नेतृत्व किया. पंडित नेहरू की पुण्यतिथि पर कांग्रेस ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की. कांग्रेस ने इस मौके पर भी केंद्र पर निशाना साधने का मौका नहीं चूका और कहा किसाल 2014 से पंडित नेहरू की विरासत को बदनाम करने, विकृत करने, नकारने, अपमानित करने और विरासत के ध्वस्त करने के 6डी प्रयास किए जारहे हैं. लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पंडित नेहरू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें राहुल गांधी नेलिखा कि पंडित नेहरू ने ही अपनी दूरदर्शिता से आजाद भारत की मजबूत नींव रखी थी. उन्होंने लिखा कि सामाजिक न्याय, आधुनिकता, शिक्षा, संविधान और लोकतंत्र में पंडित नेहरू का अतुलनीय योगदान है. कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने नई दिल्ली में शांति वन स्थित पंडितनेहरू की समाधि पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पंडित जवाहरलाल नेहरू को दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पंडित जवाहरलाल नेहरू को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘पंडित जवाहरलाल नेहरू कीपुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, जिन्होंने भारत को शून्य से शीर्ष पर पहुंचाया. वह आधुनिक भारत के निर्माता, लोकतंत्र के संरक्षक, उन्होंने भारत कोवैज्ञानिक, आर्थिक और औद्योगिक समेत विभिन्न क्षेत्रों में विकसित किया. उन्होंने लगातार अनेकता में एकता का संदेश दिया। वह हमारी प्रेरणा केस्त्रोत हैं. कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने एक पोस्ट में पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि ‘आज पंडित नेहरू की 61वींपुण्यतिथि है. आधुनिक भारत बनाने में उनका सबसे अहम योगदान है. वे उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं जो एक ऐसे भारत के लिएप्रतिबद्ध हैं जो अपनी समग्र विरासत के साथ एक खुला, उदार और धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र है. नेहरू के लिए, लोकतंत्र ही ऑक्सीजन था जो हमारे जीवनको अर्थ देता था, न कि जन-उत्तेजना। वे न केवल एक उत्कृष्ट सार्वजनिक व्यक्ति थे जिन्होंने इतिहास को पढ़ा, लिखा और निर्णायक रूप से आकारदिया, शायद इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वे एक अच्छे, सभ्य, बड़े दिल वाले, चिंतनशील और महान इंसान थे जिनमें किसी भी तरह कीअसुरक्षा नहीं थी. वे झांसे देने, शेखी बघारने और आडंबरों से दूर रहने वाले थे, जैसा कि हम 26 मई, 2014 से रोजाना देख रहे हैं. प्रियंका गांधी ने भीपंडित नेहरू को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रियंका गांधी ने लिखा कि ‘पंडित नेहरू ने एक ऐसे भारत का सपना देखा था, जो विज्ञानऔर तकनीक के दम पर आगे बढ़े और आधुनिक दुनिया से प्रतिस्पर्धा करे. इसके लिए उन्होंने दर्जनों शिक्षण संस्थानों, वैज्ञानिक संस्थानों, उद्योगों, तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक संस्थानों की नींव रखी, जो आज भारत की ताकत की रीढ़ और विकास के स्तंभ हैं.