लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने केंद्र सरकार की रोजगार नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 60 हजारयुवाओं को नौकरी देने की घोषणा कोई उपलब्धि नहीं, बल्कि करोड़ों बेरोजगार युवाओं के साथ एक बड़ा राजनीतिक धोखा है. उन्होंने कहा कि देशकी जनता को हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा करने वाली सरकार आज सिर्फ 60 हजार भर्तियों पर जश्न मना रही है जबकि वास्तविकता यह हैकि करोड़ों युवा अब भी बेरोजगार हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपने वादों से पीछे हट चुकी है और बेरोजगारी के मुद्दे पर कोई ठोसयोजना नहीं है. लोकदल अध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ आंकड़ों की बाजीगरी से युवाओं के भविष्य को नहीं संवारा जा सकता. उन्होंने यह भी कहा किसरकार को चाहिए कि वह झूठे वादों की बजाय युवाओं के लिए स्थायी और व्यापक रोजगार नीति लेकर आए.
रोजगार देने के वादे हुए हवा
सरकार के आठ साल बीत गए लेकिन युवाओं को रोजगार देने के वादे हवा हो चुके हैं. करोड़ों युवा अब भी बेरोजगार हैं बीजेपी सरकार को 60 हजारनौकरियों पर जश्न मनाने की बजाय दो करोड़ नौकरियों के झूठे वादे पर देश से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार पर युवाओं की आकांक्षाओंसे खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार सिर्फ “पर्ची, खर्ची और भर्ती” के बयान देने में व्यस्त है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है. चौधरी सुनील सिंह ने आगे कहा कि यह समय युवाओं के साथ छल करने का नहीं, बल्कि व्यवस्थित और पारदर्शी रोजगार नीति अपनाने का है सरकारको चाहिए कि वह केवल प्रचार नहीं, वास्तविक परिणाम दे.