
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया पांच देशों की विदेश यात्रा को ऐतिहासिक और देशकी कूटनीति के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि आज भारत की विदेश नीति पूरी दुनिया में एक नई दिशा और पहचान बना चुकी है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को जाता है। डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि हमारी सरकार के आने से पहले भारत को BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) समूह में सबसे कमज़ोर कड़ी माना जाता था, लेकिन आज स्थिति बिल्कुल बदल चुकी है। उन्होंने कहा, आज भारतBRICS का सबसे उज्ज्वल और प्रभावशाली केंद्र बन चुका है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश है, जोBRICS और क्वाड (चतुर्पक्षीय सुरक्षा संवाद) दोनों का सदस्य है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारत अब किसी एक खेमे तक सीमित नहीं है, बल्किविश्व मंच पर संतुलित, बहुपक्षीय और प्रभावी भूमिका निभा रहा है।
डॉ. त्रिवेदी ने कहा, एक समय था जब भारत गुटनिरपेक्ष देशों में गिना जाता था, लेकिन आज भारत सर्वसमावेशी नेतृत्व की ओर अग्रसर है। हम अबकेवल विश्व में अपनी पहचान दर्ज नहीं करवा रहे, बल्कि विश्व के निर्णयों में भागीदारी निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक२७ देशों का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त हो चुका है, जो इस बात का प्रमाण है कि वैश्विक मंच पर भारत के प्रति आदर, विश्वास और सहयोग कीभावना कितनी प्रबल हो चुकी है।
सांसद त्रिवेदी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की हाल की यात्रा से भारत के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयांमिली हैं। उन्होंने विदेश नीति को आत्मनिर्भर भारत और वसुधैव कुटुंबकम् के आदर्शों से जोड़ते हुए कहा कि भारत अब विश्व को दिशा देने वाला राष्ट्रबन चुका है। डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की छवि एक ऐसे देश के रूप में उभरी है जो अपने सिद्धांतों सेसमझौता किए बिना, दुनिया के साथ मिलकर कार्य कर सकता है।
उन्होंने अंत में यह संदेश दिया कि भारत अब सिर्फ एक उभरती शक्ति नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक शक्ति के रूप में वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित हो चुकाहै। प्रधानमंत्री की यह यात्रा इस दिशा में एक और बड़ा कदम है।