रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के जातीय जनगणना के फैसले की सराहना की थी अब सोमवार को कांग्रेस ने इस पर तंज कसा औरप्रधानमंत्री के दो पुराने वीडियो साझा कर दिए, जिनमें प्रधानमंत्री विपक्ष की जातीय जनगणना की मांग की आलोचना करते नजर आ रहे हैं. रविवारको प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इसी बैठक में पीएम मोदी ने जातीय जनगणनाके फैसले की तारीफ की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जातीय जनगणना उन वर्गों को मुख्यधारा में लाने की कवायद है, जो पीछे छूट गए हैं. उन्होंनेजोर देकर कहा कि उनकी सरकार जातिगत राजनीति में विश्वास नहीं करती, लेकिन पिछड़ों को सशक्त बनाना उनका उद्देश्य है. एनडीए के मुख्यमंत्रियोंऔर डिप्टी सीएम की इस बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें से एक में ऑपरेशन सिंदूर में सशस्त्र सेनाओं की बहादुरी और पीएम मोदी केनेतृत्व में मजबूत फैसले लेने की सराहना की गई तो दूसरे प्रस्ताव में अगली जनगणना के साथ ही जातीय जनगणना कराने के फैसले की तारीफ कीगई. कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने पीएम मोदी के दो पुराने वीडियो साझा किए, जिनमें पीएम मोदी जातीय जनगणना कीविपक्ष की मांग की आलोचना करते दिखाई दिए.
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर की पोस्ट
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि ’30 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बीच प्रधानमंत्री नेअचानक से जातीय जनगणना का एलान कर दिया. कल, जैसा कि उम्मीद थी प्रधानमंत्री ने एनडीए के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में जातीय जनगणनाका पूरा श्रेय ले लिया. जयराम रमेश ने दो वीडियो को साझा करते हुए लिखा कि ‘लेकिन जरा सुनिए पूर्व में प्रधानमंत्री ने क्या कहा- एक. 2 अक्तूबर2023 को, जब बिहार में जातीय सर्वे के नतीजे जारी किए गए थे और दूसरा. 28 अप्रैल 2024 को जब कांग्रेस ने जातीय जनगणना की मांग की थी. पहली वीडियो में प्रधानमंत्री कहते सुनाई दिए कि वे (विपक्ष) जाति के आधार पर समाज को बांटना चाहता है और अपने पापों को आगे भी जारीरखना चाहता है. दूसरी वीडियो में प्रधानमंत्री कहते सुनाई दे रहे हैं कि कांग्रेस का जातीय जनगणना की मांग करना शहरी नक्सलवाद की मानसिकताहै. केंद्र सरकार ने बीते महीने ही जातीय जनगणना कराने का एलान किया था जनगणना के साथ ही जातीय जनगणना भी कराई जाएगी. देश कीआजादी के बाद पहली बार होगा, जब जनगणना में जातिगत जानकारी को भी शामिल किया जाएगा. कांग्रेस पार्टी देशभर में जातीय जनगणना कीमांग उठा रही थी. बिहार, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने जातीय जनगणना को अपना प्रमुख मुद्दा बनायाथा और इसके चलते पार्टी को फायदा भी पहुंचा था.