मुजफ्फरपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि वे पिछले कुछ दिनों से बिहार में बदलाव के अभियान को लेकर जनता के बीचजा रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह वही बिहार है जहां जयप्रकाश नारायण (जेपी) ने क्रांति की शुरुआत की थी. लेकिन आज भी स्थिति जस की तस बनीहुई है। उन्होंने बताया कि जेपी ने 50 साल पहले जिस बदलाव की शुरुआत सिताब दियारा से की थी. उसी स्थान से उन्होंने भी अपने अभियान कीशुरुआत की है प्रशांत किशोर ने बिहार की वर्तमान स्थिति की तुलना 1970 के दशक के हालात से की और कहा कि राज्य आज भी देश के गरीब औरपिछड़े राज्यों में शामिल है.
दिया बड़ा दोषी करार
उन्होंने जन सुराज को समस्याओं से निकलने का एक विकल्प बताते हुए कहा कि लोग इस मुहिम से जुड़ रहे हैं. कुढ़नी रेप कांड को लेकर पीके ने बड़ाबयान देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक बलात्कार की घटना नहीं बल्कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का गंभीर मामला है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगलपांडे को इस पूरे मामले का सबसे बड़ा दोषी करार दिया. उन्होंने बताया कि जन सुराज के कार्यकर्ता सबसे पहले पीएमसीएच में पीड़िता से मिलनेपहुंचे थे. पीके ने कहा कि मंगल पांडे के मंत्री रहते हुए ये घटना हुई और बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. उन्होंने चेतावनी दी किअगर जरूरत पड़ी तो जन सुराज पटना में प्रदर्शन करेगा और मंगल पांडे को इस्तीफा देना ही होगा.समस्तीपुर की सांसद शांभवी चौधरी के बयान परप्रतिक्रिया देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका परिवार दलित विरोधी रहा है और दलित नाम का सिर्फ राजनीतिक इस्तेमाल करता है.
दिलाया न्यायिक पद
उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी पहले खुद मंत्री बने, फिर बेटी को सांसद और दामाद को न्यायिक पद दिलाया. उन्होंने सवाल किया कि अगर वाकईदलितों के लिए काम किया है तो बताएं कि कितने दलित बच्चों की जिंदगी बदली है? पीके ने आंकड़े देते हुए कहा कि आज भी बिहार में सिर्फ 3% दलित बच्चे ही 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर पाते हैं.प्रशांत किशोर ने मंत्री अशोक चौधरी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तोअपने क्षेत्र में किए गए कार्यों को बताएं. उन्होंने कहा कि वह अपने दम पर अशोक चौधरी के इलाके में उनसे ज्यादा लोगों को अपनी ओर खींच सकतेहैं.