
फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने देश में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं में फैले बड़े भ्रष्टाचार को लेकर जनता के गुस्से का समर्थन कियाहै उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपने विरोध को खुलकर व्यक्त करें, लेकिन प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण होने चाहिए राष्ट्रपति मार्कोस ने वादा किया किइस घोटाले की जांच एक स्वतंत्र आयोग करेगा और इसमें उनके राजनीतिक सहयोगियों को भी नहीं बख्शा जाएगा टेलीविजन पर प्रसारित संसदीयसुनवाइयों में कई सांसदों, सरकारी इंजीनियरों और निर्माण कंपनियों पर भारी कमीशन खाने के आरोप लगे हैं. राष्ट्रपति ने इस घोटाले का जिक्र पहलीबार जुलाई में अपने वार्षिक संबोधन में किया था हाल के दिनों में नेपाल और इंडोनेशिया में हुए हिंसक प्रदर्शनों के विपरीत, फिलीपींस में अब तकविरोध प्रदर्शन छोटे और शांतिपूर्ण रहे हैं अधिकतर गुस्सा सोशल मीडिया पर दिख रहा है, जहां कैथोलिक चर्च के नेता, कारोबारी और रिटायर्ड जनरलखुलकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं.
1,60,000 सैनिकों के साथ पूरी तरह गैर-राजनीतिक और संविधान के प्रति वफादा
21 सितंबर को राजधानी मनीला में एक बड़े लोकतंत्र समर्थक स्मारक स्थल पर प्रदर्शन होने वाला है, जिसमें बड़ी भीड़ जुटने की संभावना है इसकोदेखते हुए पुलिस और सेना को अलर्ट पर रखा गया है राष्ट्रपति मार्कोस ने कहा, ‘अगर मैं राष्ट्रपति न होता, तो शायद सड़कों पर उनके साथ होता मैं भीगुस्से में हूं उन्हें बताओ कि उन्होंने तुमसे कैसे चोरी की, कैसे तुम्हें चोट पहुंचाई, जोर से चिल्लाओ, प्रदर्शन करो, लेकिन सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके सेकरो. हालांकि सरकार ने चेतावनी दी है कि कुछ लोग जनता के गुस्से का इस्तेमाल देश को अस्थिर करने के लिए कर सकते हैं रक्षा मंत्री गिलबर्टोटियोडोरो और सेना प्रमुख जनरल रोमियो ब्राउनर ने साफ किया कि सेना 1,60,000 सैनिकों के साथ पूरी तरह गैर-राजनीतिक और संविधान के प्रतिवफादार है.
राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने सभी से शांति की अपील
इस घोटाले में सामने आया है कि कई परियोजनाएं अधूरी या सिर्फ कागजों पर ही मौजूद हैं पिछले तीन वर्षों में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं पर लगभग54,500 करोड़ पेसो (करीब 9.6 अरब डॉलर) खर्च किए गए हैं जांच में खुलासा हुआ कि इस धन से कुछ नेताओं और अधिकारियों ने आलीशानमकान, महंगी यूरोपीय कारें और कैसिनो में जुए की आदत जैसी ऐशो-आराम की जिंदगी जी राष्ट्रपति मार्कोस ने कहा कि वह खुद इन परियोजनाओंकी समीक्षा कर रहे हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी
पहले फ्रांस और फिर नेपाल में सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश बड़े पैमाने पर देखने को मिला है बीच राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने सभीसे शांति की अपील की है.