भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने फ्रांस दौरे पर फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात की और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में फ्रांस केसमर्थन के लिए धन्यवाद दिया. विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी. अपने दौरे पर विदेश मंत्री ने भारत और फ्रांस की रणनीतिकसाझेदारी की पुष्टि भी की। विदेश मंत्री 11-14 जून तक फ्रांस दौरे पर रहे. विदेश मंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। इसमुलाकात में विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का संदेश राष्ट्रपति मैक्रों को दिया, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में फ्रांस के समर्थन के लिएधन्यवाद दिया गया था. दोनों पक्ष होरिजोन 2047 रोडमैप को लागू करने पर भी सहमत हुए. साथ ही रक्षा उद्योग को लेकर भी सहमति बनी बयान मेंकहा गया कि भारत-फ्रांस के रिश्तों में अब विश्वास, साझा महत्वकांक्षाएं दिखाई देती हैं.
नोएल बैरट से भी की मुलाकात
विदेश मंत्री ने फ्रांस के विदेश मंत्री नोएल बैरट से भी मुलाकात की. दोनों नेताओं की मुलाकात में भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी में आईतेजी को सराहा गया. भारत, फ्रांस के साथ रक्षा, अंतरिक्ष, आतंकवाद निरोधी अभियान और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग कर रहा है. दोनों देशों में तकनीक, इनोवेशन, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, जीवन विज्ञान, शिक्षा, म्यूजियम सहयोग और लोगों के लोगों से रिश्ते मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है. दोनों देशों के नेताओं की बैठक में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों जैसे हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों पर भी बात हुई. विदेश मंत्री जयशंकर नेमार्शिले में आयोजित हुए भूमध्य सागर रायसीना डायलॉग में हिस्सा लिया और कार्यक्रम को संबोधित भी किया. विदेश मंत्री ने फ्रांस में आर्मेनिया केविदेश मंत्री से भी मुलाकात की. भारत, फ्रांस के साथ रक्षा, अंतरिक्ष, आतंकवाद निरोधी अभियान और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग कर रहा है. दोनों देशोंमें तकनीक, इनोवेशन, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, जीवन विज्ञान, शिक्षा, म्यूजियम सहयोग और लोगों के लोगों से रिश्ते मजबूत करने पर ध्यान दियाजा रहा है.