
आगामी बिहार विधान सभा चुनाव को देखते हुए बनता प्रतिपक्ष लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बेरोजगारी, रोजगार और पलायन के मुद्दों परघेरते नजर आते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेरोजगारी की समस्या से निबटने के लिए शिक्षक और सिपाही भर्ती के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमारने अब 7468 नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (एएनएम) को नियुक्ति पत्र प्रदान किया है. नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजनमुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में किया गया था. 7468 नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (एएनएम) के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम मेंमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सांकेतिक रूप से मोना कुमारी, नीलू कुमारी, अमृता कुमारी, प्रिया सिन्हा और रीमा कुमारी को नियुक्ति पत्र प्रदान किया. मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त ए०एन०एम० को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए कहा कि मेरा विश्वास है कि सभी नवनियुक्त कर्मी पूरी ईमानदारी और निष्ठाके साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगी.
पलायन के मुद्दों को रहे है उछाल
कार्यक्रम में विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हरित पौधा भेंट कर स्वागतकिया.नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्यमंत्री विजयकुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त सह स्वास्थ्यविभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, राज्य स्वास्थ्य समिति केकार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, बिहार स्वास्थ्य सेवायें एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक निलेश देवरे सहित अन्य वरीयअधिकारी एवं नियुक्ति पत्र पानेवालीं ए०एन०एम० उपस्थित थीं. बिहार विधान सभा चुनाव होने में अभी कुछ समय शेष है, इस बीच विपक्ष लगातारबिहार सरकार पर बेरोजगारी और पलायन का आरोप लगा रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 7468 नवनियुक्त एएनएम को नियुक्ति पत्र बांटेहैं। राज्य स्वास्थ्य समिति, स्वास्थ्य विभाग, और बिहार स्वास्थ्य सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के सहयोग से यह नियुक्ति की गई. विपक्ष, खासकर राजद और कांग्रेस, लगातार बेरोजगारी, शिक्षा और पलायन के मुद्दों को उछाल रहे हैं.
राजनीतिक दृष्टि से भी माना जा रहा अहम
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले यह निर्णय राजनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है. ऐसे में यह कदम युवाओं को सरकारी सेवा में जोड़नेकी कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। एएनएम की भूमिका गर्भवती महिलाओं की देखभाल, बच्चों का टीकाकरण, प्रसव सेवाएं और महिला स्वास्थ्यसे जुड़ी अन्य ज़रूरतों के लिए अहम होती है. ज्यादातर ANM महिलाएं हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा में सुधारहोगा. स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सेवाओं की गुणवत्तापूर्ण डिलीवरी की संभावना बढ़ेगी.सीएम नीतीश कुमार ने कहा कियह नियुक्ति स्वास्थ्य व्यवस्था सुधार का हिस्सा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एएनएम की कमी दूर होगी जिससे टीकाकरण, प्रसव पूर्व देखभाल एवंमातृ–शिशु स्वास्थ्य में सुधार संभव होगा.उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इसका संबंध 30 लाख नौकरियों देने के लक्ष्य से जोड़ा बताया कि यह सरकारके रोजगार सृजन अभियान का हिस्सा है.स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि इसके अलावा 6,000 डॉक्टरों व सहायक प्रोफेसरों की नियुक्तिप्रक्रिया चल रही है तथा 4,500 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और आयुष चिकित्सक भी नियुक्त किए जा रहे हैं.