
भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय परिषद सदस्य पद के लिए चुनाव अधिसूचना के साथ मतदाता सूची जारी कर दी है. महेंद्र भट्ट का दोबारा प्रदेशअध्यक्ष बनना तय है केवल भट्ट का ही नामांकन हुआ है इस दौरान सीएम धामी, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत , सांसदअजय भट्ट समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. कल एक जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी रविवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय मेंचुनाव अधिकारी खजान दास ने राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी के. राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव पार्टी संविधान की उपधारा के अनुसार होगा. परिषदके सदस्य उतनी संख्या में चुने जाएंगे, जितनी उस राज्य में लोकसभा सीटें हैं साथ ही SC/ST प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना आवश्यक होगा. प्रदेश कोलोकसभा क्षेत्रों के हिसाब से जोन में बांटकर प्रत्येक से प्रतिनिधि चुना जाएगा.लक्ष्मण के निर्देशानुसार चुनाव अधिसूचना जारी की. भाजपा का चुनावआधिकारिक तौर पर पारदर्शिता और संगठनिक संयम से संचालित हो रहा है.महेंद्र भट्ट की निर्विरोध वापसी पार्टी को स्थिरता प्रदान करती नजर आ रहीहै. वहीं उनकी भूमिका आगामी चुनावों में निर्णायक साबित हो सकती है संगठनात्मक अखंडता और रणनीतिक तैयारी के लिहाज़ से भट्ट की यह दोबारीपारी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
12 बजे तक किया जाएगा नामांकन
उन्होंने बताया कि अध्यक्ष पद के चुनाव में कुल 125 मतदाता मतदान के लिए अधिकृत हैं आज 12 बजे तक नामांकन किया जाएगा. उसी दिन 12से 2 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच होगी इसके बाद तीन से चार बजे तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. प्रदेश चुनाव अधिकारी ने बताया किपार्टी संविधान के तहत प्रदेश परिषद व राष्ट्रीय कार्यकारिणी की ओर से निर्धारित नियमों के अनुसार चुनाव कराए जाएंगे. प्रदेश अध्यक्ष के लिए जो भीकार्यकर्ता नामांकन करना चाहते हैं वह फार्म (च) भरेंगे. प्रदेश अध्यक्ष के लिए वही कार्यकर्ता नामांकन कर सकेंगे. जो तीन साल तक पार्टी का सक्रियसदस्य और 10 वर्ष तक प्राथमिक सदस्य रहा हो. प्रदेश निर्वाचक मंडल के कोई भी 10 सदस्य प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव की अर्हता रखने वालेकार्यकर्ता के नाम का संयुक्त रूप से प्रस्ताव कर करेंगे. लेकिन यह प्रस्ताव कम से कम एक तिहाई निर्वाचित जिलों से आना चाहिए. उन्होंने बताया किराष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव पार्टी के संविधान की उपधारा (2) के अनुसार प्रदेश परिषद की ओर से किया जाएगा. प्रदेश परिषद के सदस्यअपने प्रदेश से राष्ट्रीय परिषद के लिए उतनी संख्या में सदस्य निर्वाचित करेंगे जितनी उस राज्य में लोकसभा हैं. बशर्ते कि सदस्यों में अनुसूचित जाति, जनजाति के सदस्य उस राज्य से इन वर्गों के लिए आरक्षित सीटों संख्या से कम न हो. प्रदेश के दो-दो लोकसभा क्षेत्रों को मिलाकर भागों में बांटाजाएगा. प्रत्येक भाग से कम से कम एक प्रतिनिधि अवश्य चुना जाएगा.