
दक्षिण एशिया के सबसे बड़े पोल्ट्री आयोजन, 17वें पोल्ट्री इंडिया एक्सपो-2025 का शुभारंभ नई दिल्ली स्थित होटल द पार्क में आयोजित एककर्टन रेज़र (राष्ट्रीय मीडिया सभा) के साथ हुआ। इस अवसर पर इंडियन पोल्ट्री इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (IPEMA) के अध्यक्ष उदयसिंह बायस, संस्थापक अध्यक्ष अनिल धूमल और कोषाध्यक्ष एम. श्रीकांत सहित संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में देशभर केमीडिया प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विशेष अतिथि के रूप में डॉ. तरुण श्रीधर, डॉ. पी.के. शुक्ला, रमेश खत्री, दिव्या कुमार गुलाटी और नवीनपसुपार्थी उपस्थित थे। उन्होंने पोल्ट्री उद्योग के महत्व और इसकी बढ़ती भूमिका पर चर्चा की।
17वें पोल्ट्री इंडिया एक्सपो-2025 का उद्देश्य
इस वर्ष का पोल्ट्री इंडिया एक्सपो हैदराबाद के HITEX एग्ज़िबिशन सेंटर में 25 से 28 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। पहले दिन 25 नवंबरको ‘ज्ञान दिवस’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें देश-विदेश के विशेषज्ञ पोल्ट्री उद्योग की नई चुनौतियों और अवसरों पर विचार साझा करेंगे। इसआयोजन का मुख्य उद्देश्य किसानों, उद्यमियों, वैज्ञानिकों और युवा प्रतिभाओं को एक साझा मंच प्रदान करना है, ताकि उद्योग की नई तकनीकों औरनवाचारों को अपनाया जा सके और भारत को विश्व में एक मजबूत पोल्ट्री शक्ति के रूप में स्थापित किया जा सके।
पोल्ट्री उद्योग की भूमिका
पोल्ट्री उद्योग देश की खाद्य सुरक्षा, रोजगार सृजन और किफायती प्रोटीन उपलब्धता में अहम भूमिका निभा रहा है। भारत अंडा उत्पादन में विश्व में दूसरेस्थान और ब्रॉयलर मीट उत्पादन में शीर्ष चार देशों में शामिल है। उद्योग वर्तमान में प्रति वर्ष 8–10 प्रतिशत की दर से तेजी से बढ़ रहा है। उद्योगविशेषज्ञों ने कहा कि यह उद्योग न केवल देश में आर्थिक विकास का साधन है, बल्कि किसानों और छोटे व्यवसायियों के लिए स्थायी आय का स्रोतभी है। पोल्ट्री उत्पादन में नए नवाचार और आधुनिक तकनीक अपनाने से उत्पादन क्षमता बढ़ती है और गुणवत्ता में सुधार आता है।
आयोजन की भव्यता और विस्तार
पिछले वर्ष आयोजित 16वें पोल्ट्री इंडिया एक्सपो-2024 में 400 से अधिक प्रदर्शक और 40,000 से अधिक आगंतुक शामिल हुए थे। इस वर्ष17वें पोल्ट्री इंडिया एक्सपो में 500 से अधिक प्रदर्शक और 50,000 से अधिक आगंतुक भाग लेंगे। आयोजन में सात आधुनिक प्रदर्शनी हॉल होंगे, जहां पोल्ट्री पालन, पोषण, स्वास्थ्य, प्रजनन और स्वचालन के नए उपकरण और तकनीक प्रदर्शित किए जाएंगे।
उद्योग विशेषज्ञों की राय
IPEMA अध्यक्ष उदय सिंह बायस ने कहा कि यह आयोजन केवल प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि यह किसानों, व्यवसायियों और नीति निर्माताओं को एकसाथ जोड़ने का मंच है। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से सहयोग और भागीदारी की अपील की, ताकि पोल्ट्री उद्योग को मजबूत बनाया जा सके औरवैश्विक स्तर पर भारत की पहचान स्थापित हो। पूर्व सचिव डॉ. तरुण श्रीधर और अन्य विशेषज्ञों ने कहा कि पोल्ट्री उद्योग में आधुनिक तकनीक औरनवाचार अपनाने से न केवल उत्पादन बढ़ता है बल्कि किसानों की आय में भी सुधार होता है।
एक राष्ट्र, एक प्रदर्शनी का विषय
इस वर्ष के आयोजन का विषय एक राष्ट्र, एक प्रदर्शनी रखा गया है। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के विज़न केअनुरूप किसानों, वैज्ञानिकों और उद्यमियों को एक साझा मंच प्रदान करना है। इस आयोजन के माध्यम से भारत को एक सशक्त और आत्मनिर्भरपोल्ट्री उद्योग विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाया जाएगा।