
कांग्रेस के झूठ पर भूपेंद्र यादव का प्रहार
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जो झूठ फैलानेकी कोशिश की, वह पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है। देश की जनता ने चुनाव में कांग्रेस के इन झूठों को नकारा है और आने वाले वर्षों में भी नकारतीरहेगी।
राहुल गांधी का फेक नैरेटिव हुआ ध्वस्त
भूपेंद्र यादव ने कहा कि राहुल गांधी ने ‘इलेक्टोरल फ्रॉड’ यानी चुनावी गड़बड़ी का एक झूठा माहौल बनाने की कोशिश की, लेकिन उनके अपने हीआंकड़े इस झूठ को उजागर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का झूठ अगर सिर्फ मजाक होता, तो बात अलग थी, लेकिन यह भारतीय लोकतंत्र केलिए खतरनाक है, क्योंकि यह देश की चुनावी व्यवस्था पर लोगों का भरोसा तोड़ने की कोशिश है।
चुनाव आयोग के कर्मचारियों को धमकी
भूपेंद्र यादव ने राहुल गांधी के एक हालिया बयान का जिक्र करते हुए कहा राहुल गांधी ने कहा कि जब वे सत्ता में आएंगे, तो चुनाव आयोग के बड़ेऔर छोटे अधिकारियों को इसके परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या किसी भी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ विपक्ष के नेता द्वाराऐसी धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल करना उनके पद के अनुरूप है? उन्होंने कहा कि यह बात साफ दिखाती है कि राहुल गांधी देश की संवैधानिकसंस्थाओं पर हमला कर रहे हैं।
संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप
भूपेंद्र यादव ने कहा कि राहुल गांधी लगातार देश की संवैधानिक संस्थाओं – चाहे वह चुनाव आयोग हो, सुप्रीम कोर्ट हो या सेना – पर सवाल उठातेरहते हैं। यह तरीका भारत को कमजोर करने की साज़िश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को लोकतांत्रिक व्यवस्था में भरोसा रखनाचाहिए, न कि अपने राजनीतिक फायदे के लिए झूठ और डर का माहौल बनाना चाहिए।
सेना और सुप्रीम कोर्ट पर भी निशाना साधने का आरोप
भूपेंद्र यादव ने कहा कि अगर कोई हमारी सेना के साहस और शौर्य पर हमला करता है, तो वह राहुल गांधी हैं। वे सेना के बलिदान पर सवाल उठाने सेपीछे नहीं हटते। इसके अलावा, वे सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों की भी आलोचना करने से कभी नहीं चूकते, जो देश की न्याय व्यवस्था के लिए सहीनहीं है।
जनता का भरोसा लोकतंत्र की ताकत
भूपेंद्र यादव ने कहा कि भारत का लोकतंत्र जनता के भरोसे और संवैधानिक संस्थाओं की मजबूती पर टिका है। अगर कोई बार-बार इन संस्थाओं कोबदनाम करने की कोशिश करेगा, तो यह सीधे तौर पर देश की जड़ों को कमजोर करने जैसा होगा। उन्होंने अपील की कि सभी राजनीतिक दलों कोलोकतंत्र को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, न कि झूठ और अफवाह फैलाकर लोगों का भरोसा तोड़ना चाहिए।