
दिल्ली में आम जनता बारिश से परेशान है, गलियों में पानी भरा है, स्कूलों की फ़ीस लगातार बढ़ रही है, ट्रैफिक जाम आम बात हो गई है, विधवाओंकी पेंशन काट दी गई है और गरीबों के मकान तोड़े जा रहे हैं। इन सबके बीच दिल्ली की भाजपा सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे जनता मेंग़ुस्सा है। सरकार अब मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए लाखों रुपये के मोबाइल फ़ोन खरीदेगी। इस पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल झा नेभाजपा सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की चिंता नहीं है, उन्हें सिर्फ अपने नेताओं की सुविधा की चिंता है। जब अपने लिएमहंगे-महंगे मोबाइल फ़ोन लेने की बात आई, तब तो तुरंत आदेश निकाल दिया गया कि 1.25 लाख और 1.50 लाख रुपये के फ़ोन लिए जाएंगेऔर उनके उपयोग पर कोई सीमा नहीं होगी यानी अनलिमिटेड खर्च। लेकिन जब महिलाओं को 2500 रुपये देने की बात आई, तब सरकार ने एककमेटी बना दी, और आज तक एक भी महिला को पैसा नहीं मिला।
अनिल झा ने सवाल उठाया कि जब मंत्रियों को फ़ोन दिलाने के लिए इतना जल्दी फ़ैसला लिया जा सकता है, तो महिलाओं के खाते में पैसा भेजनेके लिए इतनी देरी क्यों? उन्होंने कहा कि सरकार को अगर नियमों का इतना ही पालन करना था, तो फ़ोन देने से पहले भी एक कमेटी बना लेती — जो यह तय करती कि कौन सा फ़ोन लेना है, कितने का लेना है, किस मंत्री को कौन सा फ़ोन मिलेगा और कितना बिल सरकार देगी। लेकिन नहीं, वहाँतो सीधा आदेश निकाल दिया गया।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने चुनाव से पहले दिल्ली की लाखों महिलाओं से वादा किया था कि 8 मार्च 2025 से पहले उनके खातों में हर महीने2500 रुपये आएंगे। महिलाओं को उम्मीद थी कि यह पैसा उनके लिए मददगार होगा, लेकिन वह पैसा आज तक किसी को नहीं मिला। उल्टा एककमेटी बना दी गई जो कई महीने से बस बैठकें कर रही है। अनिल झा ने कहा कि जब बात जनता की मदद की होती है, तो भाजपा कमेटी बनाती है, मीटिंग पर मीटिंग करती है, फाइलें दौड़ती हैं और महीने निकल जाते हैं। लेकिन जब बात खुद के लिए सुविधा लेने की हो — चाहे वो फ़ोन हो, गाड़ीहो या बंगला — तो तुरन्त मंज़ूरी मिल जाती है, पैसे भी निकल जाते हैं और काम भी हो जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता अब सब समझरही है। वह देख रही है कि भाजपा सरकार किन मुद्दों को प्राथमिकता दे रही है। जनता को न तो फ़ोन चाहिए, न ही दिखावा। जनता को चाहिए साफ़सड़कें, साफ़ पानी, अच्छा स्कूल, समय पर पेंशन और ज़रूरतमंदों को सहायता। लेकिन इन सबकी जगह सरकार अपने मंत्रियों के लिए महंगे फ़ोनखरीदने में व्यस्त है।
अनिल झा ने कहा कि भाजपा सरकार की यह दोहरी नीति अब नहीं चलेगी। जनता अब जागरूक है और जानती है कि कौन उसका भला चाहता है औरकौन सिर्फ़ सत्ता का लाभ उठाकर खुद के लिए काम कर रहा है। जनता इसका जवाब ज़रूर देगी — लोकतांत्रिक तरीके से, चुनाव में, अपने वोट केज़रिए।
उन्होंने अंत में कहा,दिल्ली की जनता देख रही है, कि जो सरकार महिलाओं को 2500 रुपये नहीं दे पा रही, वह मंत्रियों को लाखों के फ़ोन खरीद करदे रही है। यही है भाजपा का असली चेहरा।