
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी में गंदगी और कूड़े की समस्या को लेकर एक बड़ी पहल की शुरुआत की है। उन्होंने “दिल्ली को कूड़े सेआज़ादी” नाम का एक विशेष स्वच्छता अभियान शुरू किया है, जो पूरे महीने यानी 1 अगस्त से 31 अगस्त तक चलेगा। इस अभियान का उद्देश्यदिल्ली के हर सरकारी दफ्तर, विभाग और कार्यालय को पूरी तरह साफ़ और व्यवस्थित बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली को साफ रखने के लिए सबसे पहले हमें अपने सरकारी दफ्तरों की सफाई करनी होगी। इसी कड़ी में उन्होंने अपने हीविभाग महिला एवं बाल विकास विभाग (WCD) के दफ्तर का अचानक निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि वहां कई सालों से पुरानी फाइलें, बेकारपोस्टर, टूटी कुर्सियाँ और ई-कचरा जमा था, जिसे हटाने का काम उसी दिन शुरू किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कूड़ा हटाने और पुराने सामान कानिपटान करने की जो प्रक्रिया है, उसे आसान बनाना पड़ेगा, ताकि ऐसी गंदगी फिर से इकट्ठी न हो। रेखा गुप्ता ने कहा कि उन्होंने देखा कि अफसरों कोबहुत ही खराब हालत में काम करना पड़ रहा है। छत से पानी टपक रहा है, फर्नीचर टूटा हुआ है, पंखा गिरने की हालत में है, बैठने तक की ठीकव्यवस्था नहीं है। उन्होंने दुख जताया और कहा “मैं बहुत तकलीफ में हूं। जो लोग दिल्ली की व्यवस्था सुधारने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं, अगरउनके लिए बैठने की जगह भी ठीक न हो, तो फिर वो अच्छा काम कैसे कर पाएंगे? मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि जिस इमारत में उनका विभागचल रहा है, वहां साल 2021 में आग लग चुकी थी, लेकिन उसके बाद भी उसे ठीक नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि अगर हमने इन इमारतों कोनहीं सुधारा, तो क्या हम अपने अफसरों को जान जोखिम में डालने के लिए मजबूर करेंगे?
रेखा गुप्ता ने पिछली सरकारों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने अपने लिए तो महंगे-महंगे दफ्तर बनवाए, करोड़ों रुपये खर्चकिए, लेकिन सरकारी अफसरों के दफ्तरों की हालत सुधारी नहीं गई। अगर 70 करोड़ रुपये अपने लिए खर्च किए गए, तो उसी में से 2-4 करोड़अफसरों के दफ्तरों पर भी लगा दिए जाते, तो उनकी हालत सुधर जाती। इन सब बातों को देखते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक बड़ा ऐलान किया।उन्होंने कहा अब हम दिल्ली के सभी सरकारी विभागों के लिए एक नया और बेहतर सचिवालय बनाएंगे। हम ऐसी जगह तलाश करेंगे जहां सभीविभागों को एक ही परिसर में अच्छी और साफ़ जगह मिले। अफसरों को अच्छा काम करने का माहौल मिले, ताकि वे जनता की सेवा और तेजी से करसकें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस नई योजना पर काम तुरंत शुरू होगा। सभी विभागों को एक ही जगह लाकर एक नया और आधुनिक सचिवालय बनायाजाएगा, जिससे सभी सरकारी कामकाज सुव्यवस्थित हो सके और लोगों को भी एक ही जगह पर सारे विभागों से काम कराने में आसानी हो। उन्होंने यहभी कहा कि सफाई अभियान सिर्फ एक शुरुआत है। जब तक अफसरों और कर्मचारियों को सही माहौल नहीं मिलेगा, तब तक सुधार पूरी तरह नहीं होसकता। इसलिए अब दिल्ली में ना सिर्फ सफाई की जाएगी, बल्कि पूरे सरकारी तंत्र को सुधारा जाएगा, दफ्तरों को बेहतर बनाया जाएगा और सभीविभागों को एक नई दिशा दी जाएगी। यह कदम दिल्ली को साफ, सुंदर और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा। जनताको उम्मीद है कि अब वाकई में काम करने का माहौल बदलेगा और राजधानी की तस्वीर भी।