
International Relations: यूक्रेन को हथियार भेजने के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बताए बिना रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) ने फैसलाले लिया. इससे नाराज ट्रंप ने पेंटागन के अधिकारी को फटकार भी लगाई। व्हाइट हाउस और पेंटागन के बीच समन्वय की कमी को लेकर समाचारएजेंसी एपी के सूत्रों ने यह चौंकाने वाला दावा किया है. बता दें कि पिछले सप्ताह पेंटागन ने अमेरिका में हथियार की कमी का हवाला देते हुए यूक्रेनमें हथियार भेजने पर रोक लगा दी था. इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन पर बात की थी. 8 जुलाई को ट्रंप ने पेंटागनके फैसले को रद्द करते हुए यूक्रेन को हथियारों की मदद भेजने लिया। सूत्रों की मानें पेंटागन ने व्हाइट हाउस को बिना बताए जो फैसला लिया. इससेट्रंप प्रशासन हैरान है. ट्रंप ने सोमवार रात पेंटागन के फैसले को पलटते हुए माना कि उन्हें अपनी रक्षा करने में सक्षम होना होगा. उन पर इस समय बहुततेज़ हमले हो रहे हैं. इसके साथ ही मामले में जब मंगलवार को एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि इस रोक की मंजूरी किसने दी.
हथियार भेजने पर लगाई जा रही है रोक
तो ट्रंप नाराज हो गए और बोले कि मुझे नहीं पता आप ही बताओ बता दें कि ये पूरा घटनाक्रम पिछले सप्ताह की है. जब पेंटागन ने कहा था किअमेरिकी भंडार में कमी के कारण यूक्रेन को एयर डिफेंस मिसाइलें सटीक निशाना लगाने वाली तोपें और अन्य जरूरी हथियार भेजने में रोक लगाई जारही है. लेकिन अब ट्रंप ने यह फैसला पलट दिया है और कहा है कि अमेरिका को यूक्रेन को और हथियार भेजने होंगे सूत्रों के मुताबिक, पेंटागन के कुछवरिष्ठ अधिकारियों को भी इस रोक के फैसले से आपत्ति थी. यह रोक रक्षा नीति प्रमुख एल्ब्रिज कोल्बी के जरिए समन्वयित की गई थी। बढ़ते तनावके बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर रुख अब सख्त होता दिख रहा है. ट्रंप ने कहा है कि पुतिन बिनाजरूरत के जंग को खींच रहे हैं. जबकि वो इस युद्ध को जल्द खत्म करना चाहते हैं हालांकि शांति वार्ता अब तक ठप पड़ी हुई है. इसको लेकर ट्रंप नेमंगलवार को अपनी कैबिनेट मीटिंग में कहा कि हमें पुतिन की तरफ से बहुत बकवास सुनने को मिलती है अगर सच जानना चाहो तो वो हमेशा बहुतअच्छा बनता है लेकिन उसका कोई मतलब नहीं निकलता.
प्रतिबंध लगाने पर दी चेतावनी
ट्रंप ने रूस की तेल इंडस्ट्री पर नए प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है, लेकिन अभी तक उस पर अमल नहीं किया है. उनका मकसद पुतिन को शांतिवार्ता के लिए मजबूर करना है वहीं अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने बताया कि ट्रंप ने उन्हें एक नया बिल आगे बढ़ाने की मंजूरी दी है. इस बिल में उनदेशों से आने वाले सामानों पर 500% टैक्स लगाने का प्रस्ताव है जो अब भी रूसी तेल खरीद रहे हैं। इसका सीधा असर चीन और भारत जैसे देशों परपड़ सकता है. जो बड़ी मात्रा में रूस से तेल लेते हैं। यूक्रेन को अमेरिका से हथियार सप्लाई के मामले में नाटकीय बदलाव हुआ है। बीते एक जुलाईको अमेरिकी हथियार सप्लाई बंद किए जाने की खबर आई. 8 जुलाई को ट्रंप ने इस फैसले को बदलने का एलान किया। अब सूत्रों ने दावा किया हैकि व्हाइट हाउस को बताए बिना पेंटागन ने हथियार सप्लाई रोक दी थी। इस फैसले से राष्ट्रपति ट्रंप बेहद हैरान हुए और उन्होंने नाराजगी भी प्रकट की. अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने बताया कि ट्रंप ने एक नया बिल आगे बढ़ाने की मंजूरी दी है. जिसमें उन देशों से आने वाले सामानों पर 500% टैक्सलगाने का प्रस्ताव है जो अभी भी रूसी तेल खरीद रहे हैं. इस प्रस्ताव का असर चीन और भारत जैसे देशों पर भी पड़ सकता है जो बड़ी मात्रा में रूस सेतेल आयात करते हैं.