
बिहार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का प्रचार अभियान अब विवादों में फंस गया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रदीप भंडारी ने साफ कहाकि राहुल गांधी का प्रचार बिहार में पूरी तरह असफल रहा है। उन्होंने कांग्रेस और RJD पर सीधे सवाल उठाए और बताया कि राहुल गांधी का प्रचारझूठे दावों पर आधारित था।
26/11 हमला – कांग्रेस और सोनिया गांधी को देना होगा जवाब
प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस पर सवाल उठाया कि 26/11 के आतंकवादी हमले के बाद कौन नेता था जिसने हमारी सेना और वायुसेना को पाकिस्तान परजवाबी कार्रवाई से रोका? भंडारी ने कहा कि उस समय सोनिया गांधी, UPA सरकार में प्रधानमंत्री से भी ज्यादा शक्तिशाली थीं। इसलिए उन्हें भी येबताना चाहिए कि क्या उन्होंने सेना की कार्रवाई को रोकने में कोई हस्तक्षेप किया था। पी. चिदंबरम और सोनिया गांधी को ये साफ जवाब देनाचाहिए कि 26/11 के बाद कौन हमारी सेना को रोक रहा था?
बिहार चुनाव आयोग की सूची ने दिखाया सच
हाल ही में बिहार चुनाव आयोग और अधिकारियों ने एक सूची जारी की। इस सूची में साफ लिखा है कि कांग्रेस और RJD के किसी भी कार्यकर्ता याबूथ एजेंट ने मतदाता सूची पर कोई अपील नहीं की। इसका मतलब यह हुआ कि राहुल गांधी जो मुद्दा उठा रहे थे, उस पर न तो RJD और न हीकांग्रेस बिहार इकाई को भरोसा था। बिहार में राहुल गांधी का प्रचार पूरी तरह झूठा साबित हुआ है
कांग्रेस और RJD कार्यकर्ता भी असंतुष्ट
सूची और रिपोर्ट से पता चलता है कि बिहार में कांग्रेस और RJD के स्थानीय कार्यकर्ता राहुल गांधी के प्रचार से खुश नहीं हैं। कई कार्यकर्ताओं काकहना है कि राहुल गांधी का बिहार दौरा और प्रचार अभियान एक फ्लॉप शो था। “बिहार के अंदर कांग्रेस और RJD के लोग मान रहे हैं कि राहुलगांधी का अभियान सफल नहीं हुआ।
राहुल गांधी का प्रचार केवल प्रचार ही रहा
प्रदीप भंडारी ने कहा कि राहुल गांधी का प्रचार बिहार में केवल राजनीतिक बयानबाजी और प्रचार तक सीमित रहा। वास्तविक ground level परकार्यकर्ता और लोग उनके समर्थन में नहीं थे। इससे साफ होता है कि राहुल गांधी का प्रचार अभियान कांग्रेस और RJD के लिए भी भरोसेमंद नहींथा।