
पवन खेड़ा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा – नमस्कार साथियों. ज्यादा विलंब ना करते हुए हम प्रेस वार्ता को शुरू करते हैं. थोड़ी संक्षिप्त प्रेसवार्ता रहेगी, क्योंकि सबको ट्रैवल करना है. मैं सहनी जी से आग्रह करूंगा कि अपनी बात आपके सामने रखें, तत्पश्चात गठबंधन के बाकी नेताओं का मैंनाम पुकारूंगा, फिर वो अपनी बात संक्षिप्त में आपके सामने रखेंगे. अब मैं राहुल गांधी जी से आग्रह करूंगा कि वो अपनी बात आपके सामने रखें. राहुल गांधी ने कहा- धन्यवाद। यात्रा बहुत सक्सेसफुल है और ऑर्गेनिकली लोग आ रहे हैं हम बुला नहीं रहे हैं, नेचुरली लोग आ रहे हैं और ये क्लियरहै कि जो बात हमने कही थी… वोट चोरी की जो बात कही थी, वो बिहार के करोड़ों लोग… लाखों नहीं, करोड़ों लोग उस बात को मानते हैं, एक्सेप्टकरते हैं, इसलिए आपको ये रिस्पॉन्स दिख रहा है. इलेक्शन कमीशन का काम सही वोटर लिस्ट देने का होता है और ये काम इन्होंने महाराष्ट्र में, हरियाणा में और कर्नाटका में नहीं किया. हमारा पूरा का पूरा प्रेशर इलेक्शन कमीशन का जो बिहेवियर है, उसको बदलने के लिए है और हम छोड़ेंगेनहीं.
नहीं मांगा गया एफिडिविट
जैसे मैंने कहा है, बिहार में हम आपको (भाजपा-चुनाव आयोग को) इलेक्शन चोरी नहीं करने देंगे. आप कुछ भी कर लो, आपने महाराष्ट्र का चोरीकिया, आपने हरियाणा का किया, कर्नाटका में हमने साफ दिखाया कि वोट चोरी हुआ है…यहाँ हम नहीं करने देंगे, प्रश्न पर कि आपके ऊपर आरोप हैकि आप लोगों को मिसगाइड कर रहे हैं, चुनाव आयोग की छवि को ख़राब कर रहे हैं… राहुल गांधी ने कहा कि देखिए, चुनाव आयोग की पोजीशनआपको क्लियरली दिख जानी चाहिए। मैंने कर्नाटका में, महादेवपुरा में उनके सामने डेटा रखा… ब्लैक एंड वाइट उन सवालों का आज तक एक जवाबनहीं आया है. एक लाख फ़र्जी वोटर कहाँ से आए, कैसे आए, कौन थे… उसका जवाब इलेक्शन कमीशन ने नहीं दिया. मैं प्रेस वार्ता कर रहा था, उसके दौरान ही इलेक्शन कमीशन कहता है कि राहुल गांधी को एफिडेविट देना चाहिए और अगर एफिडेविट नहीं दिया तो हम (वोट चोरी की बात) एक्सेप्ट नहीं करेंगे। कुछ दिन बाद बीजेपी के अनुराग ठाकुर जी वैसी ही प्रेस वार्ता करते हैं. मतलब… जो हम कह रहे थे, उसी को दोहरा रहे थे. पतानहीं उनको ये आइडिया कहाँ से मिला, किसने दिया… वो कर दिया उन्होंने. मगर चुनाव आयोग उनसे एफिडेविट नहीं मांगता है. एक ही चीज़ कही मैंनेऔर उन्होंने… कोई फ़र्क नहीं मैंने कहा कि देखिए, ये फ़र्जी वोटर हैं…अनुराग ठाकुर ने कहा – ये फ़र्जी वोटर हैं और पांच मिनट के अंदर मुझसेएफिडेविट मांगा जाता है और आज तक अनुराग ठाकुर से कोई एफिडेविट नहीं मांगा गया.
कमेटी कर रही है उस पर काम
तो आपको क्लियरली पता है, मीडिया को मालूम है कि इलेक्शन कमीशन किसके साथ खड़ा है. अगर ये न्यूट्रल होते तो एकदम अनुराग ठाकुर कोएफिडेविट जाता… कहते कि एफिडेविट दो. तो ये न्यूट्रल नहीं हैं और जो हम कह रहे हैं, बिहार में एसआईआर इंस्टिट्यूशनलाइज़्ड चोरी करने कातरीका है। आपने कहा कि लाखों वोटरों के नाम कट गए, ऑपोजिशन शिकायत कर रहा है मगर बीजेपी एक शिकायत नहीं कर रही है। कहीं भीउन्होंने नहीं कहा कि भाई, वोटरों के नाम कट रहे हैं. ये सच्चाई है कि वोटरों के नाम कटे हैं, 65 लाख कटे हैं मगर बीजेपी कुछ नहीं कह रही है। क्यों… क्योंकि पार्टनरशिप है. इलेक्शन कमीशन… इलेक्शन कमिश्नर्स और बीजेपी के बीच में पार्टनरशिप है… तो ये है. एक अन्य प्रश्न पर कि अगर आपकीसरकार बिहार में बनती है तो मौजूदा सरकार से अलग किसानों के लिए आप क्या करेंगे, श्री राहुल गांधी ने कहा कि हमारे नेशनल मेनिफेस्टो मेंकिसानों के लिए अलग-अलग आइडिया हैं। हम मिलकर यहाँ पर मेनिफेस्टो बनाएंगे और उस पर काम चल रहा है. बेसिक आइडिया ये है किहिंदुस्तान के, बिहार के किसान की प्रोटेक्शन होनी चाहिए… उस पर कर्ज़ का जो वज़न है, वो कम किया जाना चाहिए. और किसान पर लास्ट मिनटपर आक्रमण होता है… एक्सपोर्ट, इंपोर्ट, स्टोरेज फैसिलिटी ना देकर… उन चीजों पर हम काम करना चाहते हैं. But बिहार स्पेसिफिकली… हमारीमेनिफेस्टो कमेटी उस पर काम कर रही है.