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भारत को लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड से पांच विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी. 371 रन के लक्ष्य को इंग्लिश टीम बेन डकेट के शतक औरजैक क्राउली और जो रूट के अर्धशतक के दम पर पांच विकेट गंवाकर हासिल कर लिया.मैच के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने हार का ठीकराअपने खिलाड़ियों पर फोड़ा. पहले तो गिल ने अपने खिलाड़ियों की तारीफ की लेकिन जैसे-जैसे आगे उनसे सवाल पूछे गए, वह गलतियां गिनाते गए. भारतीय कप्तान ने ऋषभ पंत समेत कैच छोड़ने वाले खिलाड़ियों को लपेटे में लिया. हालांकि उन्होंने अपने गेंदबाजों की तारीफ की उन्होंने रवींद्र जडेजाकी सबसे ज्यादा तारीफ की.

भारत के निचले क्रम में बल्लेबाजी
मैच के बाद प्रजेंटेशन सेरेमनी में गिल ने कहा मुझे लगता है कि यह शानदार टेस्ट मैच था. हमारे पास मौके थे हमने कैच छोड़े और हमारे निचले क्रम नेपर्याप्त योगदान नहीं दिया. लेकिन टीम पर गर्व है और कुल मिलाकर एक अच्छा प्रयास है. चौथे दिन हम सोच रहे थे कि हम लगभग 430 प्राप्त करनेजा रहे हैं और पारी की घोषणा करेंगे. दुर्भाग्य से हमारे आखिरी छह विकेट केवल 20-25 रन के आसपास गिर गए जो कभी भी अच्छा संकेत नहीं है. इंग्लैंड को जब दूसरी पारी में अच्छी ओपनिंग मिली. तब भी मुझे लगा कि हमारे पास मौका है लेकिन इस मैच का नतीजा हमारे पक्ष में नहीं गया. भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज इस मैच की दोनों पारियों में फेल रहे। इस पर गिल ने कहा’यह कुछ ऐसा था जिसके बारे में हमने बात की थी. लेकिन जब आप मैच के बीच में होते हैं तो यह बहुत जल्दी होता है और सोचना या बात करने का समय नहीं मिलता.

आगामी मैचों में करना होगा सुधार
मुझे लगता है कि यह उन चीजों में से एक होगी जिन्हें हमें आगामी मैचों में सुधारना होगा. हां निश्चित तौर पर मौके आसानी से नहीं मिलते विशेषकरइस तरह के विकेटों पर और हमने कुछ कैच छोड़े लेकिन मुझे लगता है कि हमारी टीम युवा है और हमें अब भी सीखने वाली टीम मिली है और उम्मीदहै कि अगले मैचों में हम इन पहलुओं में सुधार करने में सफल रहेंगे.यह पूछे जाने पर कि क्या वे कुछ अलग कर सकते थे? गिल ने कहा, ‘मुझे नहींलगता है. मुझे लगता है कि पहले सत्र में हमने जो गेंदबाजी की थी हम काफी सही थे हमने बहुत अच्छी गेंदबाजी की इतने रन नहीं दिए. लेकिन आपजानते हैं कि एक बार गेंद पुरानी हो जाने के बाद रन को रोकना बहुत मुश्किल होता है और आपको खेल में बने रहने के लिए विकेट लेते रहना होता है. दुर्भाग्य से जिन गेंदों ने बल्ले का किनारा लिया या तो वो फील्डर तक नहीं पहुंच सके, या फिर छूट गए और हमारे पक्ष में नहीं गए. लेकिन मुझे लगताहै कि गेंद पुरानी होने के बाद इंग्लैंड ने सच में अच्छी बल्लेबाजी की. उन्होंने अपने मौके लिए और उनकी शुरुआती साझेदारी ने खेल को हमसे दूर करदिया.

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