
देश में लोकतंत्र की सुरक्षा को लेकर अब गंभीर खतरा सामने आया है। हाल ही में जो सबूत सामने आए हैं, वे यह बताते हैं कि चुनाव प्रक्रिया में बड़ेपैमाने पर वोट डिलीट किए गए। पहले हमने देखा कि कैसे वोट बढ़ाए गए, और अब यह पता चला है कि कैसे वोट काटे जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने इस पूरे मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिर्फ वोट की संख्या बदलने का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र कोकमजोर करने का सीधा प्रयास है। उन्होंने साफ कहा कि अगर लोकतंत्र को बचाना है तो इस मामले में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।
वोट काटने में इस्तेमाल हुआ सॉफ्टवेयर और कॉल सेंटर
राहुल गांधी ने बताया कि वोट काटने के लिए सॉफ्टवेयर और कॉल सेंटर का इस्तेमाल किया गया। इसका मतलब है कि सिर्फ वोटरों की संख्या मेंबदलाव ही नहीं किया गया, बल्कि लोकतंत्र के साथ छेड़छाड़ की गई। हमारे पास इसके पूरे सबूत मौजूद हैं। राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि देशका मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार इस मामले में क्यों निष्क्रिय हैं। उन्होंने कहा कि CEC वोट चोरों की रक्षा कर रहे हैं, जबकि उनका कामसंविधान और लोकतंत्र की रक्षा करना है।
मामला सिर्फ आलंद तक सीमित नहीं
यह घटना केवल आलंद तक ही सीमित नहीं है। महाराष्ट्र के राजुरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरह 6,850 वोट बढ़ाए गए। यानी आलंद में वोट डिलीटकिए गए और राजुरा में वोट जोड़े गए। यह दिखाता है कि यह सिर्फ एक क्षेत्रीय मामला नहीं है, बल्कि पूरे देश में लोकतंत्र को प्रभावित करने वालीसुनियोजित योजना है। राहुल गांधी ने कहा कि यह साफ संदेश देता है कि लोकतंत्र की प्रक्रिया में कई लोग शामिल हैं जो अपनी ताकत का गलतइस्तेमाल कर रहे हैं। यह हमारे संविधान और देश की जनता के अधिकारों पर हमला है।
कर्नाटक सीआईडी की मांग और चुनाव आयोग की निष्क्रियता
कर्नाटक की जांच एजेंसी, सीआईडी, ने पिछले 18 महीनों में 18 पत्र लिखकर चुनाव आयोग से जरूरी जानकारी मांगी। इसमें डिवाइस पोर्ट्स, ओटीपी ट्रेल और अन्य महत्वपूर्ण डेटा मांगा गया। बावजूद इसके, आयोग ने सबूत देने से इंकार कर दिया। राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि आखिरकिसकी सुरक्षा की जा रही है और क्यों? क्या लोकतंत्र की रक्षा करने वाली संस्था अब खुद लोकतंत्र की रक्षा नहीं कर रही है? उन्होंने कहा कि यह देशके हर नागरिक के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
वोट चोरी रोकने की तत्काल आवश्यकता
अगर इस वोट चोरी को समय रहते नहीं रोका गया होता, तो आलंद में 6,018 वोट हट जाने के कारण हमारे उम्मीदवार चुनाव हार सकते थे। यह साफहै कि लोकतंत्र के खिलाफ गंभीर खतरा मंडरा रहा है। राहुल गांधी ने देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार से स्पष्ट मांग की है कि वे संविधान कीशपथ के अनुसार अपना कर्तव्य निभाएं। उन्हें कर्नाटक सीआईडी द्वारा मांगे गए सभी सबूत सात दिन के भीतर उपलब्ध कराना चाहिए। राहुल गांधी नेचेतावनी दी कि अगर चुनाव आयोग ने कार्रवाई नहीं की, तो पूरा देश जान जाएगा कि CEC वोट चोरों की रक्षा कर रहे हैं। यह सीधे तौर पर संविधानके खिलाफ काम करने जैसा है।
संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए राहुल गांधी की चेतावनी
राहुल गांधी ने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र का सवाल है। हर नागरिक को सचेत रहना होगा औरलोकतंत्र की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठानी होगी। वोट चोरी का मास्टरमाइंड कौन है और कौन इसे बचा रहा है, यह सवाल अब पूरे देश के सामनेहै। राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि लोकतंत्र की रक्षा सिर्फ सरकार का काम नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। राहुल गांधी ने जनता से अपीलकी कि वे लोकतंत्र के अधिकारों के लिए सतर्क रहें और किसी भी तरह की धांधली को नजरअंदाज न करें। उन्होंने कहा, सरकार तुम्हारी, सिस्टमहमारा। वोट चोरी की पोल अब खुल चुकी है। इसे रोकना हम सबका कर्तव्य है।