
कांस्टीट्यूशन क्लब में हुआ भावुक कर देने वाला कार्यक्रम
14 अगस्त को पूरे देश में मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस से पहले, दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में एक भावुक कर देने वालाकार्यक्रम हुआ इस कार्यक्रम में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, भाजपा विधायक राजकुमार भाटिया, भाजपा विधायक शिखा राय, राष्ट्रीयस्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य दयानंद जी, प्रोफेसर सुनील बाबुराव कुलकर्णी, विजय इसरानी, जितिन राजपूत सहित सिंधी समाज केकई सम्मानित लोग मौजूद थे। यह आयोजन प्रगतिशील सिंधी समाज समिति द्वारा किया गया था, जिसमें विभाजन का दर्द झेल चुके बुजुर्गों कोसम्मानित किया गया। कई बुजुर्ग ऐसे थे, जिन्होंने अपने जीवन के सुनहरे साल अपने घर और जमीन छोड़कर शरणार्थी के रूप में बिताए।
वीरेंद्र सचदेवा का संबोधन – विभाजन मानव इतिहास की सबसे दर्दनाक घटना
अपने संबोधन में वीरेंद्र सचदेवा ने कहा साल 1947 का विभाजन भारत के इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी थी। लाखों निर्दोष लोगों ने अपनी जानगंवाई, करोड़ों लोगों को अपने घर-बार, खेत-खलिहान, दुकान, स्कूल, मंदिर और मस्जिद छोड़ने पड़े। उन्होंने कहा कि विभाजन कोई अचानक हुईघटना नहीं थी, बल्कि यह उस समय की गंदी राजनीति और सुनियोजित साजिश का नतीजा था। कांग्रेस और मुस्लिम लीग के नेताओं ने अपने स्वार्थके लिए देश को दो टुकड़ों में बांट दिया।
प्रधानमंत्री मोदी के निर्णय की सराहना
वीरेंद्र सचदेवा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने उन लाखों परिवारों की वेदना को याद रखने के लिए हर सालविभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा उस समय की कांग्रेस सरकार ने इस दर्दनाक घटना को भुला देने की कोशिशकी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इसे याद रखने और इससे सीख लेने का संकल्प दिलाया है।
अखंड भारत का सपना
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा आज भी कुछ लोग जेहादी मानसिकता के साथ देश में रहते हैं, लेकिन अगर हम सब एकजुट रहें, तो अखंड भारत का सपनाजरूर पूरा होगा। यह सपना या तो हम देखेंगे या हमारी आने वाली पीढ़ियां देखेंगी, लेकिन यह सच जरूर होगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वेअपने दिलों में एकता और देशभक्ति की भावना को हमेशा जीवित रखें।
कार्यक्रम में मौन और श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर विभाजन में मारे गए निर्दोष लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सभी ने संकल्पलिया कि वे समाज में भाईचारा, एकता और आपसी विश्वास को बढ़ावा देंगे, ताकि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।
राजकुमार भाटिया – राजनीति ने तोड़ा लाखों परिवारों का दिल
भाजपा विधायक राजकुमार भाटिया ने कहा देश की आजादी के बाद जब नक्शे पर लकीरें खींची जा रही थीं, तब नेताओं ने अपने राजनीतिक स्वार्थ केलिए मौन साध लिया था। जिन्ना और नेहरू की गंदी राजनीति के कारण लाखों परिवार एक-दूसरे से अलग हो गए। अपने ही देश में लोग शरणार्थीबनने पर मजबूर हो गए। आज भी उस दर्द को सोचकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
शिखा राय – सिंधी समाज का संघर्ष और सफलता
भाजपा विधायक शिखा राय ने कहा,यह दिन किसी उत्सव का नहीं, बल्कि उन दर्दनाक घटनाओं को याद करने का दिन है, जब एक ही परिवार केलोग सरहद के दोनों ओर बंट गए थे। उन्होंने सिंधी समाज की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने विभाजन की पीड़ा सहकर भी हार नहीं मानी, अपनेबच्चों को पढ़ाया-लिखाया और आज देश के हर बड़े पद पर सम्मान के साथ खड़े हैं।
सिंधी समाज के योगदान का सम्मान
कार्यक्रम में मौजूद कई बुजुर्गों ने अपने अनुभव साझा किए। कुछ ने बताया कि कैसे वे सिर्फ कपड़ों में लिपटे हुए अपने गांव-शहर से भागे थे, कैसेपरिवार बिछड़ गए और कैसे भूख-प्यास से लड़ते हुए उन्होंने नए सिरे से जीवन शुरू किया।
प्रगतिशील सिंधी समाज समिति ने सभी को सम्मानित करते हुए उनके संघर्ष और योगदान को याद किया।
इस आयोजन का संदेश
यह कार्यक्रम केवल अतीत की घटनाओं को याद करने के लिए नहीं था, बल्कि इसका उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को यह बताना था कि हमें इतिहासकी गलतियों से सबक लेना चाहिए। इस दिन का मकसद यह है कि हम अपने दिलों में भाईचारा, एकता और अखंड भारत का सपना हमेशा ज़िंदा रखें, ताकि आने वाले समय में देश और मजबूत हो सके।