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गुजरात में एक बार फिर पुल गिरने से कई लोगों की जान चली गई और कई लोग अब भी लापता हैं। इस हादसे ने फिर से सरकार की कार्यशैली औरलापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कांग्रेस सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जब गुजरात के लोग जान गंवा रहे हैं, उस समय प्रधानमंत्री विदेश में ढोल-नगाड़े बजा रहे हैं और मस्तीकर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को जनता की जान की परवाह नहीं है।


भ्रष्टाचार का खेल – कांग्रेस सेवा दल का कहना है कि गुजरात में जिन कंपनियों को पहले खराब काम की वजह से ब्लैकलिस्ट किया गया था, उन्हेंफिर से काम दिया जा रहा है, क्योंकि वे बीजेपी को चुनाव के समय चंदा देती हैं। यही वजह है कि पुल, सड़क और डैम जैसी ज़रूरी चीजें समय से नहींबनतीं या बहुत घटिया तरीके से बनाई जाती हैं।


उन्होंने बताया कि पिछले 4 साल में गुजरात में कम से कम 16 बार पुल गिरे हैं, लेकिन आज तक किसी बड़े अफसर या नेता को सज़ा नहींमिली,जनता की जान की कीमत सिर्फ 4 लाख?
कांग्रेस नेता ने कहा – गुजरात में जैसे सरकार ने तय कर लिया है कि दुर्घटना हो, लोग जान गंवाएं और फिर उनके परिवार को 4 लाख का मुआवज़ादेकर चुप करा दिया जाए। क्या एक इंसान की जान की कीमत सिर्फ 4 लाख है?


कांग्रेस की मांग – कांग्रेस ने सरकार से माँग की है कि एक विशेष जांच दल (SIT) बनाकर सभी 16 हादसों की जांच करवाई जाए। साथ ही, हाल मेंजो पुल गिरा है, उसकी भी पूरी जांच हो। अगर सरकार ऐसा नहीं करती, तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतरकर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से इस्तीफे की माँगकरेगी।


पुराने हादसों का ज़िक्र
कांग्रेस सेवा दल ने कुछ पुराने बड़े हादसों की याद दिलाई,मोरबी पुल हादसा- 135 लोगों की मौत,राजकोट में गेमिंग ज़ोन में आग- कई लोगों कीजान गई,वडोदरा में नाव पलटी: बच्चों समेत 14 लोगों की मौत,डीसा की फैक्ट्री में आग- 22 लोगों की मौत,सूरत में तक्षशिला अग्निकांड- कई छात्रमरे.


इन सभी घटनाओं में सरकार की लापरवाही सामने आई, लेकिन न कोई बड़ी गिरफ्तारी हुई और न ही कोई सख़्त कदम।


अफसरों की भूमिका भी संदिग्ध 
कांग्रेस सेवा दल ने कहा कि जिन पुलिस और प्रशासनिक अफसरों का नाम जुए, शराब और ड्रग्स से जुड़ी कमाई में आता है, उन्हीं को इन हादसों कीजांच दी जाती है। यह साफ दिखाता है कि सरकार गंभीर नहीं है।


जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है 
गुजरात में अब लोग कहने लगे हैं – रोड नहीं, तो टोल नहीं। यानी जब सड़कें ही नहीं हैं, तो टोल टैक्स क्यों दिया जाए? लोग सरकार से नाराज़ हैं औरजगह-जगह आंदोलन हो रहे हैं।
कांग्रेस सेवा दल ने साफ कहा – अब सिर्फ बयान नहीं होंगे, अब जनांदोलन होगा। जब तक दोषियों को सज़ा नहीं मिलती और ईमानदारी से जांचनहीं होती, कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी।
गुजरात में पुल गिरना अब आम बात हो गई है। हर बार सरकार एक ही बात कहती है – दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा, लेकिन आज तक कोई बड़ादोषी पकड़ा नहीं गया। कांग्रेस सेवा दल ने जनता की आवाज़ उठाई है और सरकार से जवाब माँगा है। अब देखना यह है कि क्या सरकार कोई सख़्तकदम उठाएगी या फिर एक और हादसा होने का इंतज़ार करेगी?


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