आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी और उसकी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आम आदमीपार्टी भ्रष्टाचार को कभी बर्दाश्त नहीं करती, जबकि बीजेपी में भ्रष्टाचार करने वालों को बचाया जाता है।
सिसोदिया ने बताया कि हाल ही में पंजाब में आम आदमी पार्टी के एक विधायक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, तो पार्टी ने तुरंत उस पर कार्रवाईकी। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी के लिए ईमानदारी सबसे ऊपर है। अगर कोई नेता गलत करता है, तो हम उसे छोड़ते नहीं, चाहे वो हमारी ही पार्टी काक्यों न हो।”
इसके बाद उन्होंने गुजरात में हुए मनरेगा घोटाले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गुजरात के पंचायत मंत्री बू भाई कवड़ के बेटों और भतीजे ने मिलकरमनरेगा में करीब 71 करोड़ रुपये का घोटाला किया। उन्होंने फर्जी कंपनियां बनाकर सरकारी पैसे ले लिए, लेकिन गांवों में कोई काम नहीं किया गया।
सिसोदिया ने पूछा, “जब पुलिस मान रही है कि घोटाला हुआ है, तो मंत्री अब तक पद पर क्यों बने हुए हैं? यह मामला सीबीआई या ईडी को क्योंनहीं सौंपा गया?”
उन्होंने ये भी कहा कि गुजरात में बिना अमित शाह और नरेंद्र मोदी की मंजूरी के कुछ नहीं होता। क्या ये घोटाला उनकी जानकारी में नहीं हुआ?
सिसोदिया ने साफ कहा
“पंजाब में हम अपने विधायक को नहीं बख्शते और गुजरात में मंत्री के बेटों के घोटाले पर चुप्पी है। ये है असली फर्क आम आदमी पार्टी और बीजेपीके मॉडल में। देश की जनता को अब फैसला लेना है कि उन्हें कौन-सी राजनीति चाहिए – ईमानदारी की या भ्रष्टाचार की।”