कांग्रेस नेता और असम प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने भाजपा सरकारों पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में अवैधकोयला खनन और नशे का कारोबार तेज़ी से बढ़ रहा है और यह सब सरकारी संरक्षण में हो रहा है।
गौरव गोगोई ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें इन गंभीर मुद्दों पर चुप हैं। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अप्रैल मेंअसम और मेघालय में छापेमारी की थी। जांच में पता चला कि एक सिंडिकेट अवैध कोयला ट्रकों के ज़रिए मेघालय से असम भेज रहा था और वहांफर्जी दस्तावेजों के ज़रिए उसे वैध दिखाया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि इस सिंडिकेट द्वारा हर ट्रक से ₹1.27 लाख से ₹1.5 लाख तक वसूले जाते थे। ईडी ने ₹1.58 करोड़ नकद, मोबाइल और वाहनज़ब्त किए, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
गोगोई ने सवाल उठाया कि अगर इतनी बड़ी कार्रवाई हुई तो सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया? उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामलेकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
नशे की समस्या पर चिंता
गौरव गोगोई ने कहा कि म्यांमार से ड्रग्स की तस्करी के कारण पूर्वोत्तर के युवा बड़ी संख्या में नशे की चपेट में आ रहे हैं। मिजोरम और मेघालय केमंत्रियों ने भी इस बढ़ती समस्या को स्वीकार किया है। मेघालय में लगभग 3 लाख लोग नशे के शिकार हैं, जो वहां की जनसंख्या का 10 प्रतिशत है।
गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी की आलोचना की जिसमें उन्होंने पूर्वोत्तर के लोगों की चेहरे की बनावट पर टिप्पणी की थी। उन्होंनेकहा कि इस तरह के बयान भेदभाव को बढ़ावा देते हैं और पूर्वोत्तर के लोगों का अपमान करते हैं।
कांग्रेस की मांग
अवैध कोयला खनन की सीबीआई जांच हो
नशे की तस्करी पर सख्त कार्रवाई की जाए
पूर्वोत्तर के मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार गंभीरता दिखाए
गौरव गोगोई ने कहा कि जब तक भाजपा सरकारें इन मुद्दों पर ध्यान नहीं देंगी, पूर्वोत्तर का भविष्य खतरे में रहेगा।