दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को उनकी सरकार के पहले 100 सफल दिनों के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इनसौ दिनों में दिल्लीवासियों को यह विश्वास हुआ है कि अब राजधानी में एक ऐसी सरकार है जो जनता की भावनाओं को समझती है। इसके विपरीत, पिछली सरकार ने 11 वर्षों तक केवल प्रचार और दिखावे की राजनीति की, जबकि ज़मीनी स्तर पर बदलाव की कमी साफ दिखती रही।
“आप” को पहले जवाब देना चाहिए
श्री सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जो लोग 100 दिनों की भाजपा सरकार से सवाल कर रहे हैं, उन्हें पहले खुद से जुड़े गंभीर मुद्दों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने “आप” सरकार से जुड़े पाँच अहम सवाल उठाए हैं:
महिला पेंशन का वादा केवल घोषणाओं तक क्यों सीमित रहा?
आप सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में दिल्ली की महिलाओं के लिए पेंशन योजना की घोषणा की थी, लेकिन अब तक इस योजना कोलागू क्यों नहीं किया गया? ठीक इसी तरह, पंजाब में 2022 के चुनाव घोषणापत्र में भी महिला पेंशन का वादा किया गया था, लेकिन तीन सालबीतने के बावजूद वहाँ भी कोई अमल नहीं हुआ।
कांट्रैक्ट पर रखे युवाओं के साथ विश्वासघात क्यों?
बिना प्रशासनिक स्वीकृति के हजारों युवाओं को बस मार्शल सहित विभिन्न पदों पर अनुबंधित किया गया और बाद में जांच के दौरान उन्हें बर्खास्त करदिया गया। भाजपा अध्यक्ष ने पूछा कि आखिर इन युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ क्यों किया गया?
निजी स्कूलों पर नियंत्रण के लिए 11 साल में ठोस क़दम क्यों नहीं उठे?
यदि भाजपा सरकार दो माह में ही दिल्ली एजुकेशन एक्ट के माध्यम से निजी स्कूलों की मनमानी पर नियंत्रण की प्रक्रिया शुरू कर सकती है, तो“आप” सरकार ने 11 वर्षों में ऐसा कोई प्रयास क्यों नहीं किया?
गरीबों के लिए बने आवास खंडहर क्यों बन गए?
नरेला और बवाना जैसे क्षेत्रों में गरीबों के लिए हजारों आवासों का निर्माण हुआ, लेकिन उन्हें आवंटित नहीं किया गया। भाजपा का आरोप है कि यहसब कुछ केवल कॉलोनियों में वोट बैंक बनाए रखने की राजनीति के तहत किया गया।
कौन-सी जनहित योजना भाजपा ने बंद की?
श्री सचदेवा ने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार ने कोई भी जनकल्याण योजना बंद नहीं की है। बिजली-पानी सब्सिडी और महिलाओं के लिए मुफ्तबस यात्रा जैसी सभी सुविधाएं पहले की तरह जारी हैं। उन्होंने “आप” नेताओं से पूछा कि यदि कोई योजना बंद हुई है, तो वे उसका नाम बताएं।