बिहार में बढ़ते अपराध ने एक बार फिर से राज्य को शर्मसार कर दिया है। मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी में 9 साल की दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म औरहत्या के बाद सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि जेडीयू-भाजपा सरकार दलित बच्ची की संस्थागत हत्या के लिएजिम्मेदार है। इस घटना में बच्ची के साथ हैवानियत की हदें पार की गईं, जब उसके गर्दन को चाकू से रेत दिया गया और उसे ईंट भट्ठे के गड्ढे में फेंकदिया गया। बच्ची के शरीर पर 20 जगहों पर चाकू के जख्म के निशान मिले।
कांग्रेस पार्टी ने बच्ची को एयर लिफ्ट करके दिल्ली एम्स भेजने की अपील की, लेकिन सरकार ने एक ना सुनी। इलाज के अभाव में बच्ची की मौत होगई। यह घटना अकेली नहीं है, बल्कि बिहार में नाबालिग बच्चियों के साथ बलात्कार और हत्या की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। बीते 15 दिनों में समूचेबिहार में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन्होंने राज्य में महिला बाल सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुजफ्फरपुर, छपरा, सीतामढ़ी, बेतिया, मुंगेर, अररिया और बगहा जैसे जिलों में नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं सामने आईहैं। इन घटनाओं ने राज्य में महिला बाल सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिहार में रोज 8 हत्याएं, 33 अपहरण और 134 से अधिक जघन्यअपराध घटित हो रहे हैं। सरकार को इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए काम करनाहोगा।