पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं और वहां वे एक बयान से ब्लंडर कर गए हैं. जो पाकिस्तान कोभारी पड़ सकता है दरअसल बिलावल भुट्टो जरदारी ने अमेरिका पर ही आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा दिया है. बिलावल भुट्टो जरदारी नेकहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान से निकलते हुए अफगानिस्तान में जो हथियार छोड़े उनसे आतंकवाद को बढ़ावा मिला है और पाकिस्तान कीआंतरिक सुरक्षा की चुनौती बढ़ी है.बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि ‘हम आतंकवाद की बात करते हैं हम अफगानिस्तान की बात करते हैं और हमअन्य चीजों पर बात करते हैं। हमने बीते कई दशक इन्हीं मुद्दों पर बात करने में बिताए हैं.
पाकिस्तान व अमेरिका के संबंधो को करते है लगातार प्रभावित
उन्होंने कहा कि यही मुद्दे पाकिस्तान और अमेरिका के संबंधों को लगातार प्रभावित करते रहे हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तान पूरे दक्षिण पूर्व एशिया मेंऔर साथ ही पूरी दुनिया में आतंकवाद का केंद्र है. हालांकि भुट्टो ने इस सब से बेखबर होने का नाटक करते हुए आतंकवाद के खिलाफ क्षेत्रीय सहयोगबढ़ाने की बात कही. भुट्टो ने कहा कि हमें क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की जरूरत है कि हमें अब क्या करना है और अफगानिस्तान सेअमेरिका के निकलने के बाद वहां जो हथियार रह गए हैं. जो आतंकियों के हाथ लग गए हैं उनका क्या करना है जहां तक हथियारों की बात है आप येजानकर हैरान होंगे कि जब हम इन आतंकी समूहों से पाकिस्तानी क्षेत्र में लड़ते हैं तो आतंकियों के पास जो हथियार होते हैं.
हथियारों से कई गुना अधिक
वे हमारे सुरक्षाबलों के हथियारों से भी कई गुना आधुनिक होते हैं ये हथियार अमेरिका ने अफगानिस्तान में छोड़े थे.बिलावल भुट्टो जरदारी का यहबयान अमेरिका के साथ ही अफगानिस्तान को भी नाराज कर सकता है जरदारी ने जहां परोक्ष रूप से अमेरिका पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोपलगाया है वहीं अफगानिस्तान पर भी आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगा दिया. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते पहले से ही सीमा विवादऔर आतंकवाद के मुद्दे पर तल्ख चल रहे हैं. हाल के दिनों में दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की कोशिशें हो रही हैं लेकिन जरदारी के ताजा बयान सेफिर से रिश्ते पटरी से उतर सकते हैं.