
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि राजधानी में 900 करोड़ रुपये की लागत से 21,000 स्मार्ट क्लासरूम बनाएजाएंगे। यह कदम दिल्ली के सरकारी स्कूलों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे छात्रों को डिजिटलशिक्षा का बेहतर अनुभव मिलेगा और पढ़ाई में गुणवत्ता भी बढ़ेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्मार्ट क्लासरूम के माध्यम से छात्र नए जमाने कीटेक्नोलॉजी से जुड़ सकेंगे और पढ़ाई को रोचक व प्रभावशाली बनाया जाएगा। दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि हर छात्र को स्मार्ट शिक्षा का लाभमिले, चाहे वह किसी भी क्षेत्र या वर्ग से आता हो।
इसके साथ ही आशीष सूद ने एक देश, एक चुनाव की नीति का समर्थन करते हुए कहा कि अगर देश में सभी चुनाव एक साथ कराए जाएं, तो लगभग12,000 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है। यह धनराशि शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे जैसे विकास कार्यों में उपयोग की जा सकती है।उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की प्राथमिकता केवल चुनाव कराने में खर्च को घटाना नहीं है, बल्कि इन बचाए गए संसाधनों का इस्तेमाल आमजनता के जीवन स्तर को सुधारने में करना है।
दिल्ली में 900 करोड़ की लागत से 21,000 स्मार्ट क्लासरूम बनेंगे।
छात्रों को डिजिटल और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी।
एक देश, एक चुनाव से 12,000 करोड़ की बचत संभव।
यह राशि देश के विकास कार्यों में लाई जाएगी।
शिक्षा मंत्री आशीष सूद के अनुसार, यह दोनों फैसले देश की शिक्षा व्यवस्था और अर्थव्यवस्था के लिए बेहद फायदेमंद साबित होंगे।