
टीवीके प्रमुख विजय ने पुलिस हिरासत में मौतों को लेकर द्रमुक सरकार पर निशाना साधा और कहा कि यह प्रचार करने वाली सरकार अब ‘सॉरीमॉडल सरकार’ बन चुकी है. उन्होंने शिवगंगा के अजित कुमार की कथित तौर पर हिरासत में मौत पर न्याय की मांग करते हुए मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से माफी की मांग की. विजय ने द्रमुक सरकार पर मामले को सीबीआई के पास सौंपकर जिम्मेदारी टालने का आरोप लगाया. तमिलगा वेत्रीकझगम (टीवीके) के प्रमुख और अभिनेता से राजनेता बने विजय ने कथित तौर पर पुलिस हिरासत में हो रही मौतों के खिलाफ एक रैली को संबोधितकिया. उन्होंने आज सत्तारूढ़ द्रमुक सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि खोखली, प्रचार (पब्लिसिटी) करने वाली सरकार अब ‘सॉरी मॉडल सरकार’ बन चुकी है. विरोध रैली में शिवगंगा जिले के अजित कुमार की कथित तौर पर हिरासत में पिटाई के बाद मौत के मामले में न्याय की मांग की गई.
24 लोगों के परिवार से मांगी माफी
विजय ने कहा पीड़ित एक सामान्य परिवार से था और मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने कुमार के परिवार से मांगी है. जो उचित है यह पहली बार है जबविजय ने एक विरोध प्रदर्शन रैली की अगुवाई की है. रैली में राज्य के कई हिस्सों से टीवीके के कार्यकर्ता शामिल हुए. विजय ने काले कपड़े पहने हुएथे और एक तख्ती पकड़ी हुई थी. जिसमें लिखा था- सॉरी वेंदम, नीडी वेंदम (हमें माफी नहीं, न्याय चाहिए). टीवीके प्रमुख ने पूछा कि क्या स्टालिन ने2021 से द्रमुक शासन के दौरान कथित तौर पर पिटाई के कारण मारे गए 24 लोगों के परिवारों से माफी मांगी है. उन्होंने कहा, कृपया उन सभी सेमाफी मांगिए. साथ ही क्या आपने उन 24 पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा दिया है? कृपया उन्हें मुआवजा भी दीजिए। विजय ने दावा किया किजब अन्नाद्रमुक सरकार ने साठनकुलम मामले को स्थानांतरित (ट्रांसफर) किया था, तब स्टालिन ने कहा था कि यह तमिलनाडु पुलिस का अपमान है. साठनकुलम मामले पुलिस ने 2020 में कथित तौर पर पी जेयराज और उनके बेटे जे बेन्निक्स की पिटाई की थी. टीवीके प्रमुख ने हैरानी जताई किक्या हाल ही में द्रमुक सरकार की ओर से अजित कुमार की हिरासत में मौत का मामला सीबीआई को सौंपना उसी तरह का अपमान नहीं है. उन्होंनेकहा कि दोनों मामले एक जैसे ही हैं इसके अलावा, विजय ने सवाल किया.
आरएसएस व भाजपा की है कठपुतली
आप सीबीआई के पीछे क्यों छिप रहे हैं? सीबीआई तो केवल आरएसएस और भाजपा की कठपुतली है. विजय ने कहा कि उनकी पार्टी टीवीके नेविशेष जांच दल (एसआईटी) के तहत कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है और इसी डर से द्रमुक सरकार केंद्र के पीछे छिप रही है. विजय नेकहा, कोर्ट ने कई अत्याचार के मामलों पर राज्य सरकार से सवाल किए हैं जिनमें अन्ना विश्वविद्याल की छात्रा के साथ कथित यौन उत्पीड़न औरअजित कुमार की हिरासत में प्रताड़ना के मामले भी शामिल हैं. उन्होंने कहा अगर हर मामले में कोर्ट को दखल देने पड़ता है और सवाल करना होता हैतो फिर आप लोग यहां क्यों हैं? सरकार का मकसद क्या है? मुख्यमंत्री का कार्यालय किसलिए है?विजय ने साठनकुलम मामले का हवाला देते हुएकहा कि जब अन्नाद्रमुक सरकार ने उस मामले को ट्रांसफर किया था, तब स्टालिन ने तमिलनाडु पुलिस का अपमान बताया था. अब अजित कुमार केमामले में भी सीबीआई को सौंपना उसी तरह का अपमान है. उन्होंने सवाल किया कि जब कोर्ट को हर मामले में दखल देना पड़ता है, सवाल करनापड़ता है तो फिर सरकार का मकसद क्या है? मुख्यमंत्री कार्यालय की भूमिका क्या रह जाती है?