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भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खंडेलिया ने राजद नेता तेजस्वी यादव के मीडिया को धमकाने वाले बयान की कड़ी आलोचना करते हुए इसेलोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला बताया है. खंडेलिया ने खगड़िया में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि तेजस्वी की भाषा औरमानसिकता बिहार को फिर से 1990 से 2005 तक के ‘काले दौर’ में ले जाने की चेतावनी दे रही है. खंडेलिया ने कहा “तेजस्वी यादव अपने पितालालू प्रसाद यादव की ‘जंगलराज’ की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने सार्वजनिक मंच से मीडिया को धमकाया और पार्टी समर्थित दबंगों औरबाहुबलियों का हवाला देकर पत्रकारों को डराने की कोशिश की. यह आपराधिक मानसिकता का परिचायक है. भाजपा नेता ने सवाल उठाया कि एकलोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता अगर मीडिया को अपने क्षेत्र में घुसने से मना करें. तो यह लोकतंत्र, संविधान और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफसीधा हमला है.

लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला
खंडेलिया ने कहा, “जनता ने उन्हें नकार दिया है और अब सत्ता से बाहर होने के बाद वह बौखलाहट में देश, धर्म और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला कररहे हैं. ”खंडेलिया ने कहा कि भाजपा और उसके कार्यकर्ता लोकतंत्र, संविधान और मीडिया की स्वतंत्रता के सजग प्रहरी हैं. उन्होंने पत्रकारों से अपीलकी कि वे भयभीत न हों और सच को निर्भीकता से सामने लाते रहें. इस मौके पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुनील चौधरी, प्रमोद शाह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अश्विनी सिंह, अश्वनी चौधरी, नगर अध्यक्ष रितेश शर्मा, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष संजय ठाकुर, और पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष वंदना सिंहपटेल भी मौजूद रहे। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खंडेलिया ने खगड़िया में प्रेस वार्ता कर तेजस्वी यादव द्वारा मीडिया को धमकाने वाले बयान कीकड़ी निंदा की. उन्होंने इसे लोकतंत्र पर हमला और ‘जंगलराज’ की मानसिकता बताया. खंडेलिया ने मीडिया से निर्भीक होकर सच दिखाने की अपीलकी और कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संकल्पित है. “तेजस्वी यादव का रवैया जंगलराज की पुनरावृत्ति की चेतावनी है. खुलेमंच से मीडिया को धमकाने और बाहुबलियों का हवाला देकर डर फैलाने की कोशिश शर्मनाक और आपराधिक मानसिकता को दर्शाता है.

तेजस्वी को लगाया यह आरोप
खंडेलिया ने 1990–2005 के बिहार को “काले दौर” कहा और तेजस्वी को यह आरोप लगाया कि वे अपने पिता लालू प्रसाद यादव की ‘जंगलराज’ पद्धति को आगे ले जा रहे हैं. उस युग को “हत्या, लूट, फिरौती और अपहरण” की पहचान बताया गया । उन्होंने कहा कि तेजस्वी का यह रवैयासंविधान, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की चौथी शक्ति मीडिया पर सीधा हमला है. भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों से अपीलकी कि वे निर्भीक बने रहें और “हम मीडिया पर आक्रमण के इस प्रयास को कभी सफल नहीं होने देंगे. खंडेलिया ने कहा कि राजद अब “जनताप्रतिनहीं, बल्कि परिवार के प्रति उत्तरदायी” बन गया है, और उसमें निर्णय वंशानुगत तरीके से होते हैं. न कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से इस प्रेस वार्ता मेंभाजपा के जिला उपाध्यक्ष सुनील चौधरी, प्रमोद शाह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य अश्विनी सिंह, अश्वनी चौधरी, नगर अध्यक्ष रितेश शर्मा, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष संजय ठाकुर व पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष वंदना सिंह पटेल भी उपस्थित थे बिहार में चुनावी परिवेश और राजनीतिक वामप्रक्षेपण की स्थिति में, भाजपा और राजद के बीच यह ताजा विवाद बढ़ चुका है. जिसमें BJP तेजस्वी के बयान को संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों कीअवहेलना मान रही है.

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