
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए भाजपाकिसी भी हद तक अनैतिक कदम उठा सकती है. खरगे ने दावा किया कि देशभर में चुनाव से जुड़े बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आ रही हैं. उन्होंनेबिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानि एसआईआर प्रक्रिया को उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें विपक्ष के वोट खुलेआम काटे जा रहेहैं और जो लोग जीवित हैं उन्हें मृत घोषित किया जा रहा है. खरगे ने कहा कि सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि भाजपा को 65 लाख लोगों के वोटकाटने पर कोई आपत्ति नहीं है.
जीतने की नहीं है लड़ाई
इससे साफ है कि इस प्रक्रिया से किसे फायदा हुआ उन्होंने कहा कि यह केवल चुनाव जीतने की लड़ाई नहीं है बल्कि भारत के लोकतंत्र और संविधानको बचाने की जंग है. उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग यह बताने को तैयार नहीं है कि किनके वोट काटेजा रहे हैं और किस आधार पर
कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा किइन एजेंसियों का विपक्ष के खिलाफ इतने खुले तौर पर इस्तेमाल किया गया है कि देश के सर्वोच्च न्यायालय को भी इन्हें आईना दिखाना पड़ा। खरगेने कहा कि सत्ता पक्ष का यह रवैया लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरा है. खरगे ने कहा कि भारत ने ‘गुटनिरपेक्ष नीति’ की वजह से जो विशेष स्थानहासिल किया था, वह अब खो चुका है.
भविष्य के लिए चिंता का विषय
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने जिस सपने के साथ इस देश को आजाद कराया था वह सपना आज हमसे दूर जा रहा है यह स्थिति देश केलोकतंत्र और भविष्य दोनों के लिए चिंता का विषय है. अपने संबोधन में खरगे ने देशवासियों से अपील की कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा केलिए एकजुट हों. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक संघर्ष नहीं है, बल्कि देश की आत्मा को बचाने की लड़ाई है. खरगे ने जोर देकर कहा किसत्ता के लालच में लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करना देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा परसत्ता में बने रहने के लिए अनैतिक कदम उठाने का आरोप लगाया. उन्होंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण में विपक्षी वोट काटे जानेऔर जीवित लोगों को मृत घोषित करने की बात कही.