
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधायक संजीव झा ने पीएम नरेंद्र मोदी को अपनी डिग्री दिखाने की चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि मोदी जी, ‘‘आप’’ नेताओं की जांच कराते रहें, लेकिन अपनी डिग्री भी दिखाएं. क्योंकि देश के लोग उनकी डिग्री न दिखाने को लेकर सवाल पूछ रहे हैं कि या तोउनके पास डिग्री है या फिर नहीं है. उन्होंने कहा कि सत्ता का अहंकार भाजपा और मोदी जी के सिर पर चढ़ कर बोल रहा है। इसलिए ईडी काराजनीतिक विंग की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. भाजपा सरकार ने दिल्ली में झंडा खरीदने भ्रष्टाचार किया और नालों की डिसिल्टिंग में करोड़ों काघोटाला किया, लेकिन कोई एजेंसी जांच नहीं कर रही है. हमें ईडी-सीबीआई से डर नहीं लगता है. हम जनहित के मुद्दे और सवाल उठाते रहे हैं औरउठाते रहेंगे. “आप” के वरिष्ठ नेता व विधायक संजीव झा ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर कहा कि सोमवार को हाईकोर्ट के एकआदेश के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी को प्रधानमंत्री की डिग्री दिखाने की बाध्यता नहीं है. अब पूरे देश में सवाल उठ रहा है कि आखिर प्रधानमंत्री अपनीडिग्री क्यों नहीं दिखा रहे हैं? डिग्री दिखाने में आपत्ति क्या है? या तो डिग्री है या नहीं है. अगर नहीं है, तो मान भी लो। लेकिन जब यह बात बाहरआती है कि भारत के प्रधानमंत्री की डिग्री नहीं दिखाई जा रही, तो भारतीय होने के नाते यह अपमानजनक लगता है. देश के हर नुक्कड़, चौराहे पर लोगपूछ रहे हैं कि ऐसा क्या है कि प्रधानमंत्री डिग्री नहीं दिखा रहे या दिखाना नहीं चाहते.
यह है फर्जी जांच
लोग डिग्री ही तो मांग रहे हैं, कोई किडनी की बात तो नहीं हो रही. संजीव झा ने कहा कि जब पूरे देश में यह सवाल उठ रहा था, तो ध्यान भटकाने केलिए मंगलवार को ईडी ने “आप” के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज के घर पर रेड की. यह रेड दर्शाती है कि केंद्र सरकार फर्जी केस में फर्जी जांच कर रही है. जिस केस में जांच हो रही है, वह तब का है जब सौरभ भारद्वाज मंत्री भी नहीं थे. कहा जा रहा है कि उन्होंने मंत्री रहते गड़बड़ियां कीं, लेकिन सौरभ ने खुद वीडियो बनाकर बताया कि जिस बिल्डिंग के बनने की बात हो रही है, वह 2018-19 में बनी, 2023 में स्वास्थ्य मंत्री बने. तो मंत्री न होने पर मंत्री बनकर गड़बड़ी कैसे की? ईडी जैसी प्रीमियर जांच एजेंसी बुनियादी होमवर्क भी नहीं कर रही. केस रिपोर्ट तैयार करने से पहलेतथ्य जांचने चाहिए. यह फर्जी जांच है.
ईडी पर उठाए सवाल
संजीव झा ने ईडी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने ईडी को राजनीतिक हथियार बना लिया है, जिससे एजेंसी की बार-बार किरकिरी होरही है. ईडी देश की प्रीमियर जांच एजेंसी है, लेकिन अब लोगों का भरोसा खो चुकी है. सर्वे कराओ तो सब कहेंगे कि यह राजनीतिक बदले की एजेंसीबन गई है. सुप्रीम कोर्ट ने कई बार ईडी पर सवाल उठाए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ईडी क्रुक की तरह काम कर रही है और राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल हो रही है। जुलाई 2025 के एक फैसले में चीफ जस्टिस ने कहा कि राजनीतिक लड़ाई सीधे लड़ी जाए, ईडी को बीच में क्यों लाया जा रहा है? संजीव झा ने ईडी के वरिष्ठ अधिकारियों से अपील की कि नौकरी राजनीतिक विंग बनाने के लिए नहीं दी गई. जिम्मेदारीभूलकर राजनीतिक हथकंडे में शामिल हो रहे हो, इससे एजेंसी के अस्तित्व पर सवाल उठते हैं. अगर प्रीमियर एजेंसी इस तरह इस्तेमाल होगी, तो जांचपर भरोसा कैसे होगा?
न डरे तो भेजे जेल
संजीव झा ने कहा कि प्रधानमंत्री रोज सपना देखते हैं कि “आप” को खत्म कर देंगे. रात को अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम सपने में आती हैं. अगले दिन साजिश शुरू लेकिन प्रधानमंत्री भूल रहे हैं कि यह ऊपर वाले का फैसला है. सत्ता का अहंकार सिर चढ़कर बोल रहा है. कल ऐसा न हो कियही एजेंसी उन्हें निगल जाए. संस्थाओं को राक्षस मत बनाओ देश बेहतर चले, इसके लिए संस्थाएं बनीं हैं, लेकिन वह राक्षस बना रहे हैं. “आप” कोईडी-सीबीआई से डर नहीं लगता. सौरभ भारद्वाज रोज सवाल पूछते हैं, लेकिन भाजपा के पास जवाब नहीं है. आजादी के दिन तिरंगा खरीद में भ्रष्टाचार हुआ, मीडिया में खबर आई, लेकिन कोई जांच नहीं हुई. पूरी दिल्ली में जलभराव हुआ, हाई कोर्ट ने थर्ड पार्टी ऑडिट का आदेश दिया, करोड़ों का भ्रष्टाचार था, लेकिन कोई जांच नहीं हुई। सौरभ सवाल पूछते हैं, तो डर लग गया. तो क्या करें? ईडी भेजो, डराओ, न डरे तोजेल भेजो.