
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने शनिवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय मेंशिक्षक/स्नातक विधान परिषद सदस्य निर्वाचन की तैयारी बैठक में विजय की रणनीति के साथ चर्चा की। बैठक में शिक्षक-स्नातक एमएलसी चुनावसंचालन टोली के प्रदेश संयोजक, प्रदेश महामंत्री अमर पाल मौर्य के साथ प्रदेश महामंत्री संजय राय, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सत्यपाल सैनी,त्रयम्बकत्रिपाठी, प्रदेश मंत्री शंकर गिरि तथा बसंत त्यागी सहसंयोजक के रूप में उपस्थित रहे. इसके साथ ही एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय संयोजकव सहसंयोजक, विधानसभा संयोजक तथा शिक्षक व स्नातक एमएलसी उपस्थित रहे.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि शिक्षक व स्नातक क्षेत्र एमएलसी चुनाव में सभी सीटों पर भाजपा को निश्चित विजय की रणनीतिबनाकर काम करना है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अनुशासित, शिक्षित और परिश्रमी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की बहुत बड़ी संख्या है. प्रत्येक व्यक्ति को उसकीयोग्यता और क्षमता के अनुसार चुनाव में जिम्मेदारी सौंपने की जरूरत है. सभी से चर्चा कर व्यापक रूप से लोगों को इस अभियान में जोड़ना है औरविशेषकर विचार परिवार के लोगों को साथ लेकर अभियान को आगे बढ़ाना है. भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा का चुनाव प्रबंधन अन्यराजनैतिक दलों की अपेक्षा सबसे मजबूत चुनाव प्रबंधन माना जाता है और यह चुनाव पूरी तरह से प्रबंधन का ही है. हम लोगों से मिले तथा बड़ीसंख्या में लोगों को मतदाता बनाने में सहयोग करें. संगठन के समग्र परिश्रम से निश्चित ही भाजपा सभी सीटों पर चुनाव जीतेगी. धर्मपाल सिंह ने कहाकि शिक्षक-स्नातक विधान परिषद सदस्य निर्वाचन में सबसे महत्वपूर्ण और परिश्रम का कार्य वोट बनाने का है.
हम बड़ी संख्या में लोगों से जुड़कर उनको मतदाता बनवाने का काम करना है. उन्होंने कहा कि एमएलसी चुनाव के लिए सभी क्षेत्रों में एक संयोजक वसहसंयोजक सहित विधानसभा स्तर तक संगठन की संरचना तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश टीम के साथ क्षेत्र, जिला एवं विधानसभा स्तर पर टीम कीसक्रियता एवं समन्वय से ही विजय का परिणाम आएगा. जिसको जो जिम्मेदारी दी गई है, उसमें तत्परता के साथ जुटना होगा.
धर्मपाल सिंह ने कहा कि विद्यालयों, महाविद्यालयों के साथ ही घर-घर सम्पर्क की रणनीति बनाकर मतदाता बनाने का काम करना होगा उन्होंने कहाकि सम्पर्क, संवाद, समन्वय तथा समीक्षा की रणनीति अपनाकर अभियान को आगे बढ़ाना है निश्चित विजय के लिए पूर्व तैयारी और पूर्ण तैयारी केफॉर्मूलें पर काम करना है.