
कर्नाटक में इन दिनों धर्मस्थल मामले की खूब चर्चा है अब भाजपा ने दावा किया है कि इस मामले में बहुत बड़ी साजिश हुई है और एनआईए यासीबीआई द्वारा इसकी जांच की जाए. हालांकि सीएम सिद्धारमैया ने भाजपा के दावों को सिरे से खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि भाजपा इसमामले में सिर्फ राजनीति कर रही है. कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने धर्मस्थल मामले में सनातन धर्म के प्रमुख धर्मस्थल को बदनाम करनेकी साजिश रचने का आरोप लगाया. बीवाई विजयेंद्र, विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक और अन्य भाजपा विधायक सोमवार को धर्मस्थलचलो रैली में भाग लेंगे, जिसमें धर्मस्थल के खिलाफ कथित साजिश और इसे बदनाम करने की कोशिशों की निंदा की जाएगी. रैली से पहले, भाजपानेताओं ने मंजूनाथ मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की. उन्होंने मंदिर के धर्माधिकारी (संरक्षक) वीरेंद्र हेगड़े से भी मुलाकात की विजयेंद्र ने कहा, ‘यहां मुद्दा यहहै कि जाति, पंथ और धर्म से परे, हर कोई सीबीआई या एनआईए द्वारा गहन जांच की मांग कर रहा है भगवान मंजूनाथ के सभी भक्तों की यही मांगहै.
संलिप्पता की ओर इशारा
उन्होंने कहा कि ‘राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी द्वारा जांच के दौरान काफ़ी झूठा प्रचार किया गया राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिस तरह सेझूठा प्रचार किया गया है, उससे करोड़ों भक्त परेशान हैं भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं. धर्मस्थल के खिलाफ इसे एक बड़ी साजिश बताते हुए, भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडू राव ने दावा किया था कि जांच के लिए राज्य सरकार पर वामपंथी समूहोंका काफी दबाव था, और उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने खुद कहा है कि धर्मस्थल प्रकरण में एक बड़ी साजिश है. उन्होंने कहा कि सब कुछउजागर होना जरूरी है धर्मस्थल मंदिर के ख़िलाफ़ एक बहुत बड़ी साज़िश रची गई है इसलिए, हम एनआईए या सीबीआई से गहन जांच की मांग कररहे हैं मुझे उम्मीद है कि राज्य सरकार बिना किसी देरी के जल्द से जल्द जांच का आदेश देगी.
एक शिकायतकर्ता, जिसकी बाद में पहचान सी एन चिन्नैया के रूप में हुई, उसने दावा किया था कि पिछले दो दशकों में धर्मस्थल में कथित यौनउत्पीड़न की शिकार महिलाओं सहित कई शवों को दफनाया गया इस खुलासे के बाद विवाद खड़ा हो गया. इस मामले में स्थानीय मंदिर के प्रशासकोंकी संलिप्तता की ओर इशारा किया गया.
मिलेगा राजनीति का लाभ
हालांकि अभी तक की जांच में शिकायतकर्ता का दावा झूठा पाया गया है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. कर्नाटक के मुख्यमंत्रीसिद्धारमैया ने सोमवार को भाजपा की धर्मस्थल चलो रैली को राजनीति करार देते हुए कहा कि विपक्षी दल को इससे कोई राजनीतिक लाभ नहींमिलेगा. धर्मस्थल मुद्दे पर भाजपा के आचरण को पाखंड बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस मुद्दे पर हिंदू उनके साथ एकजुट होजाएंगे, लेकिन वे गलत हैं.
भाजपा की रैली को लेकर सिद्धारमैया ने कहा, ‘उन्हें (भाजपा को) करने दीजिए, वे राजनीति के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि इससे उन्हेंराजनीतिक फायदा होगा, लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं होगा. हम (कांग्रेस) धर्मस्थल और भगवान मंजूनाथ का बहुत सम्मान करते हैं. लेकिन वेराजनीति कर रहे हैं उन्होंने आगे कहा, ‘मैं भी हिंदू हूं…क्या हमने अपने गांव में राम मंदिर नहीं बनवाया? यह राजनीति, झूठा प्रचार और उनके नाम परझूठ बोलने का मामला नहीं है इंसानियत होनी चाहिए, चाहे वह कोई भी हो अगर किसी में इंसानियत नहीं है और उसका व्यवहार अमानवीय है, तो वहइंसान नहीं है.