
भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत के 138वीं जन्म जयंती के अवसर पर संसद परिसर के बाहर स्थित पार्क में आयोजित एक समारोह में लोकसभाअध्यक्ष ओमप्रकाश बिरला, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता, दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह, विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंहबिष्ट, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति सम्मिलित हुए और उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की.
नहीं छोड़ा इमानदारी की राह को कभी
कार्यक्रम का संयोजन पंडित गोविंद बल्लभ पंत समारोह समिति के संयोजक एवं पूर्व विधायक डा. एस.सी.एल. गुप्ता ने किया और उपस्थितगणमान्य जनों का अभिनंदन किया. ओम बिरला ने कहा की पं. गोविंद बल्लभ पंत सादगी के साथ लोक सेवा को समर्पित व्यक्तित्व थे जिन्होनें अपनेजीवन में विभिन्न पदों पर रहते हुए इमानदारी की राह को कभी नही छोड़ा.
अथितियों का किया स्वागत
“पं. गोविंद बल्लभ पंत सादगी, निष्ठा और कर्तव्य के प्रतीक थे उन्होंने विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहते हुए हमेशा ईमानदारी, समर्पण और लोक सेवाको प्राथमिकता दी।”कार्यक्रम में वक्ताओं ने पंडित पंत के आज़ादी के आंदोलन में योगदान, उनके प्रशासनिक कौशल और संविधान निर्माण में उनकीभूमिका को रेखांकित किया. समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, पूर्व जनप्रतिनिधि और पंडित पंत के अनुयायी उपस्थितरहे. कार्यक्रम का संयोजन पंडित गोविंद बल्लभ पंत समारोह समिति के संयोजक एवं पूर्व विधायक डा. एस.सी.एल. गुप्ता द्वारा किया गया, जिन्होंनेसभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया. प्रवेश साहिब सिंह ने पंत जी को राष्ट्र के लिए समर्पित एक महान व्यक्तित्व बताते हुए कहा कि नईपीढ़ी को उनके आदर्शों से जुड़ना चाहिए. मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि पंत जी का योगदान केवल राजनीति तक सीमित नहीं था, बल्कि शिक्षा, भाषा, और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा.