
आम आदमी पार्टी ने देशभर में हो रही वोट चोरी को लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया है। दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आजकांग्रेस नेता राहुल गांधी जिस वोट चोरी की बात कर रहे हैं, उसका खुलासा तो अरविंद केजरीवाल 29 दिसंबर 2024 को ही कर चुके थे। लेकिन दुखकी बात है कि चुनाव आयोग ने उस समय कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वोट चोरी का खेल कोई नया नहीं है। पिछले 11 साल से सुनियोजित तरीके से फर्जी आवेदन देकर वोट कटवाए जा रहे हैं और लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। यह सबसे बड़ा लोकतांत्रिक अपराधहै, जिस पर अब तक चुनाव आयोग ने चुप्पी साधी हुई है।
नई दिल्ली विधानसभा का उदाहरण
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि नई दिल्ली विधानसभा में 1.48 लाख वोटरों में से पहले ही 42 हजार वोट काट दिए गए। इसके बाद भी 6100 वोटकटवाने के आवेदन आए। सिर्फ 84 लोगों ने करीब 4000 वोट कटवाने की अर्जी दी, जबकि 10 हजार से ज्यादा नए वोट बनाने के लिए आवेदन दिएगए। उन्होंने कहा कि यह कैसे संभव है कि कोई व्यक्ति एक साथ 100-100 वोट काटने का आवेदन कर दे?
आवेदन करने वाले खुद बोले– हमने कोई अर्जी नहीं दी
उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयोग ने वोट काटने की अर्जी देने वालों को बुलाया, तो सिर्फ 11 लोग सामने आए। चौंकाने वाली बात यह थी किउन्होंने भी साफ इंकार कर दिया कि उन्होंने कोई आवेदन ही नहीं किया है। इससे साफ है कि किसी और के नाम से फर्जी तरीके से आवेदन किया गयाथा। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह एक गंभीर आपराधिक मामला है। चुनाव आयोग को सीसीटीवी फुटेज से इसकी जांच करनी चाहिए थी, लेकिनआयोग ने कोई कदम नहीं उठाया। यह चुनाव आयोग की मिलीभगत और नीयत पर सवाल खड़े करता है।
राहुल गांधी ने वही बात दोहराई
आप नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रेसवार्ता में कर्नाटक की आलंद विधानसभा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 6 हजार वोट गलत तरीके से काटदिए गए। भारद्वाज ने कहा कि यह वही मुद्दा है जिस पर अरविंद केजरीवाल ने 9 महीने पहले प्रेसवार्ता कर सबूतों के साथ चेताया था। यहां तक किसांसद राघव चड्ढा ने भी उस दौरान वीडियो दिखाकर फर्जी वोट काटने का खुलासा किया था।
2019 में भी उठी थी आवाज़
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी अरविंद केजरीवाल ने यही मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि 7 दिसंबर 2018 कोदिल्ली में एक अभियान चलाया गया था, जिसमें बताया गया था कि लाखों वोट गलत तरीके से काटे जा रहे हैं। उस समय बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वालागुप्ता ने ट्वीट कर कहा था कि वह और उनका परिवार 12 साल से तेलंगाना में रह रहे हैं, फिर भी उनके वोट काट दिए गए।
गरीब इलाकों के वोट सबसे ज्यादा काटे जाते हैं
भारद्वाज ने कहा कि खासतौर पर गरीब इलाकों, अनधिकृत कॉलोनियों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के वोट बड़े पैमाने पर काटे जाते हैं।वोटिंग के दिन जब गरीब आदमी बूथ पर पहुंचता है, तब उसे पता चलता है कि उसका वोट ही नहीं है। जबकि नियम के अनुसार बिना सत्यापन वोटनहीं काटा जा सकता। लेकिन पिछले 10 सालों से बिना सत्यापन फर्जी तरीके से लाखों वोट काटे जा रहे हैं।
लोकतंत्र पर हमला
आप नेता ने कहा कि वोट कटवाने की इस साजिश से साफ है कि भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं। चुनाव आयोगकी जिम्मेदारी थी कि वह सच्चाई सामने लाता और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करता, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमें गर्व है कि आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे को सबसे पहले देश के सामने रखा। जो बात राहुल गांधी अब कह रहे हैं, उसेअरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी कई साल पहले ही उजागर कर चुके हैं। यह साबित करता है कि वोट चोरी सुनियोजित ढंग से की जा रही हैऔर लोकतंत्र को कुचला जा रहा है।