
लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने राहुल गांधी के हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद वोट चोरी के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर बड़ाहमला बोला है उन्होंने कहा कि यह कोई मामूली धांधली नहीं, बल्कि देश की लोकतांत्रिक आत्मा पर किया गया सीधा हमला है, जो अब जनता कीआंखों के सामने खुलकर सामने आ रहा है. सुनील सिंह ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा किए गए खुलासों ने यह साबित कर दिया है कि भारत में लोकतंत्रको सत्ता के लालच में व्यवस्थित और योजनाबद्ध ढंग से अपहृत किया जा रहा है उनका कहना था कि वोटरों के नाम काटना, फर्जी मोबाइल नंबरों काइस्तेमाल कर उन्हें वोटर लिस्ट से हटाना और खास इलाकों में एकतरफा नाम गायब होना सिर्फ तकनीकी गलती नहीं, बल्कि एक सुनियोजित औरसंगठित अपराध है।उन्होंने चुनाव आयोग की चुप्पी पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि यह संस्था लोकतंत्र की प्रहरी है,
लोकतंत्र की हत्या है इसमें शामिल
लेकिन आज वह सत्ता के दबाव में गूंगी, बहरी और अंधी बन गई है सुनील सिंह का कहना था कि अगर चुनाव आयोग में अब भी थोड़ी बहुतसंवैधानिक रीढ़ बची है, तो उसे बिना देर किए इस कथित वोट चोरी घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में करानी चाहिए. लोकदल अध्यक्ष नेयह भी चेताया कि यदि समय रहते इस मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो देश की जनता का चुनावी प्रक्रिया और लोकतंत्र पर से विश्वास पूरी तरहउठ जाएगा. उन्होंने कहा, “यह कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं है, यह लोकतंत्र की हत्या है इसमें शामिल अधिकारियों, एजेंटों और राजनीतिक दलों कोजेल की सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए. सुनील सिंह ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की चुप्पी इस बात का संकेत है कि कहीं न कहीं सत्तासे उसकी मिलीभगत है उन्होंने कहा कि अब जब जनता का जनादेश चोरी किया जा रहा है, तो इस अपराध की जिम्मेदारी सीधे चुनाव आयोग और केंद्रसरकार की होगी. अंत में उन्होंने कहा कि लोकदल इस मुद्दे को लेकर न सिर्फ जनता के बीच जाएगा, बल्कि जरूरत पड़ी तो सड़क से लेकर अदालततक की लड़ाई लड़ेगा, क्योंकि लोकतंत्र की रक्षा ही सच्चा राष्ट्रधर्म है.